चौसा को रेलवे लाइन से जोड़ने जोर पकड़ी मांग, बैठक हुई अयोजित

जनप्रतिनिधि का सहयोग मिलता तो अब तक चौसा में दौड़ जाती रेल:विनोद आशीष

भागलपुर से नवगछिया,चौसा, बिहारीगंज के रास्ते वीरपुर तक रेलवे सेवा मिल जाती है तो उत्तर बिहार का सीधा संपर्क दक्षिण बिहार के साथ साथ उड़ीसा, झारखंड से हो जाएगा।

मधेपुरा/रूद्र किंकर।

मधेपुरा/भागलपुर/पूर्णियां सीमा पर बसा जिला का प्रखंड चौसा मुख्यालय स्थित भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर स्मारक चौसा परिसर में चौसा की समस्याओं को लेकर स्थानीय बुद्धजीवियों एवं समाजसेवियों की एक बैठक आयोजित की गई।जिसकी अध्यक्षता पूर्व मुखिया सूर्य कुमार पटवे ने की।
बैठक को संबोधित करते हुए साहित्यकार सह समाजसेवी संजय कुमार सुमन ने कहा कि मधेपुरा जिला का चौसा प्रखंड काफी उपेक्षित एवं अविकसित प्रखंड है।जिसके कारण केंद्र सरकार ने चौसा को आकांक्षी योजना में शामिल किया है।वर्षों से चौसा को रेल सेवा से जोड़ने की मांग उठ रही है।जो अब तक पूरा नही हो पाया है।प्रखर समाजसेवी प्रो नवलकिशोर जायसवाल ने कहा कि यदि भागलपुर से नवगछिया,चौसा, बिहारीगंज के रास्ते वीरपुर तक रेलवे सेवा मिल जाती है तो उत्तर बिहार का सीधा संपर्क दक्षिण बिहार के साथ साथ उड़ीसा, झारखंड से हो जाएगा।
समाजसेवी विनोद आशीष ने कहा कि चौसा को रेलवे लाइन से जोड़ने के लिए अब तक सांसद, विधायक या अन्य किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस संदर्भ में आवाज नहीं उठाई। जबकि इस क्षेत्र के लोगों ने रेलवे लाइन निर्माण के लिए कई बार आवाज उठाई। लेकिन उनकी आवाज दिल्ली तक जाने से पहले ही दब गई। क्षेत्र के लोगों का मानना है कि अगर जनप्रतिनिधियों का इस संदर्भ साथ मिला होता तो यह आवाज पटना व दिल्ली तक गूंजता और लोगों का रेललाइन का सपना पूरा हो जाता।
बैठक में रेलवे के अलावे चौसा को अनुमंडल व भटगामा को प्रखंड बनाने, चौसा में बालिका उच्च विद्यालय व डिग्री महाविद्यालय खोलने के संदर्भ में चर्चा की गई।
बैठक में समाजसेवी प्रो शिव कुमार यादव, प्रो मनोज प्रसाद यादव,कृत्यानंद यादव,अशोक कुमार पासवान,जवाहर चौधरी मनोज सिंह कुशवाहा, प्रो नवल किशोर जायसवाल, संजय कुमार सुमन, सुबोध कुमार पासवान, मृत्युंजय कुमार भगत, प्रो विजय कुमार गुप्ता, कृष्ण झा,अनुज कुमार पासवान समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।