
संवाददाता समर्थ कुमार सक्सेना
लखनऊ। ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति उ0प्र0 की प्रांतीय सभा आज आलमबाग बस स्टेशन पर संपन्न हुई ।जिसकी अध्यक्षता करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष ओम शंकर तिवारी ने कहा कि दिल्ली में 7 दिसंबर को रामलीला मैदान में विशाल रैली थी और 8 से 14 दिसंबर तक जंतर मंतर पर पेंशनरों का अनशन चला ,जो श्रम मंत्री के आश्वासन के बाद स्थगित किया गया, आजकल प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी की बहुत चर्चा है उन्होंने भी मार्च 2020 और अगस्त 2021 में एनएसी के नेताओं को बुलाकर मांगे पूरी करने का वादा किया था परंतु अभी तक उनकी गारंटी पूरी नहीं हुई ।पेंशनरों में धीरे-धीरे रोष बढ़ रहा है, अगर न्यूनतम पेंशन 7500/- महीना डी ए और पति-पत्नी को मुफ्त चिकित्सा सुविधा की मांग जल्दी पूरी नहीं की गई तो देशभर में पेंशनर सड़कों पर उतरेंगे।
प्रांतीय सभा में पिछले दिनों राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राऊत के नेतृत्व में दिल्ली में हुए आंदोलन, जिसमें देशभर से हजारों पेंशनर आए थे उसमें उ0प्र0 की भूमिका की समीक्षा की गई ।प्रांतीय महासचिव राजशेखर नागर ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पेंशनरों ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया इसलिए इसमें प्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले सभी पेंशनर्स का आभार व्यक्त किया जाता है ।दिल्ली की रैली और अनशन की खबरों को प्रमुख राष्ट्रीय चैनलों और समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रसारित करवाने में राष्ट्रीय सचिव राजीव भटनागर की भूमिका की सराहना की गई ।राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केo एसo तिवारी ने पेंशनरो को आगामी आंदोलन के लिए संगठित रहने को कहा।
प्रांतीय सभा में प्रदेश भर से आए प्रमुख पदाधिकारी ने आंदोलन की भावी रणनीति पर अपने-अपने विचार रखें जिसमें प्रमुख रूप से चौधरी पूरन सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,सीबी सिंह कार्यकारी प्रांतीय अध्यक्ष,पीके श्रीवास्तव,बीपी मिश्रा,अवनी राय,आर पी सिंह,उमाकांत सिंह विसेन, राजेश तिवारी, आर एन द्विवेदी,चंद्रशेखर पाठक,दिलीप पांडे,नासिर खान, अशोक बाजपेई, करुणा शंकर शुक्ला,कुशल पल सिंह,अशोक यादव,जय राम वर्मा, सी पी मिश्रा, मेवा राम शुक्ला, हरिश्चंद्र त्रिपाठी, गीता वर्मा,सुनीता सोनकर आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किया ।