नालंदा डीएम ने जिले में अल्प वृष्टि से उतापन्न स्थिति को लेकर विडियो कांफ्रेसिंग केमाध्यम से बैठक की।

समाज जागरण

बिहार शरीफ (ए. स.)
नालंदा:_जिले में कम बारिश की वजह से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा को लेकर आज जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की।कार्यपालक अभियंता पीएचईडी द्वारा बताया कि अल्प वृष्टि के कारण भू-जल स्तर में गिरावट दर्ज की गई है।
उन्हें चापाकलों की मरम्मती हेतु प्रत्येक प्रखंड के लिए कम से कम दो-दो मरम्मती दल (बड़े प्रखंडों में 2 से अधिक दल) सोमवार से कार्यरत करने को कहा गया। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को मरम्मती योग्य चापाकलों की सूची पंचायतवार प्राथमिकता के क्रम में 24 घंटे के अंदर तैयार करते हुए मरम्मती हेतु रोस्टर निर्धारित करने का निदेश दिया गया। निर्धारित रोस्टर के अनुरूप मरम्मती दल द्वारा चापाकलों की मरम्मती उच्च प्राथमिकता से सुनिश्चित की जाएगी।
जहां भी आवश्यक हो वहां कारण सहित नए चापाकल लगाने हेतु प्राथमिकता के आधार पर स्थल की सूची 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दिया गया। पीएचईडी के माध्यम से आवश्यकतानुसार प्राथमिकता के अनुरूप चिन्हित स्थानों पर नए चापाकल का अधिष्ठापन कराया जाएगा।

कृषि कार्य हेतु जिला में लगभग 3500 डेडीकेटेड ट्रांसफॉर्मर अधिष्ठापन कराया गया है। कुछ ट्रांसफार्मर ओवरलोड एवं अन्य कारणों से खराब हुए हैं। उन्हें बदलने के लिए विद्युत विभाग के अभियंता को तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। इस संबंध में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को खराब ट्रांसफार्मरों की सूची अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।जहां भी टैंकर की तत्काल आवश्यकता हो, तुरंत सूचित करने को कहा गया। आवश्यकतानुसार निर्धारित स्थल पर पेयजल के लिए तत्काल टैंकर की उपलब्धता संबंधित नगर निकाय/पीएचईडी के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा।
वर्तमान स्थिति को देखते हुए जिला स्तरीय आपदा नियंत्रण कक्ष दूरभाष संख्या 06112-233168 पर 24 × 7 कार्यरत है। कोई भी व्यक्ति नल जल, चापाकल एवं कृषि कार्य हेतु विद्युत फीडर के माध्यम से विद्युत आपूर्ति से संबंधित समस्या के बारे में अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।नियंत्रण कक्ष में प्राप्त शिकायतों को विधिवत पंजी में संधारित करने को कहा गया। अपर समाहर्ता को स्वयं इसकी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने को कहा गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला आपदा शाखा प्रभारी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति सहित अन्य पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी तथा पीएचईडी के अभियंतागण जुड़े थे।