चौथे शहादत दिवस पर कुकड़ू नक्सली घटना में शहीद हुए जवानों को किया गया सम्मानित।

दैनिक समाज जागरण ,शेखर सुमन , ईचागढ़ सराइकेला (झारखण्ड ) 14 जून 2023

ईचागढ़ : तिरुलडीह थाना परिसर में बुधवार को चौथे शहादत दिवस के अवसर पर कुकड़ू साप्ताहिक हाट में हुई नक्सली घटना में शहीद हुए जवानों को सम्मानित किया गया। तिरुलडीह थाना प्रभारी रितेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उन्होंने शहीद जवानों के त्याग और साहस को सराहा और उनके परिवारों को संवेदना व्यक्त की।

इस दुखभरे घटना के दौरान, 14 जून 2019 को तिरुलडीह थाना क्षेत्र के कुकड़ू साप्ताहिक हाट में नक्सली दस्ते ने पुलिस गश्ती दल पर धावा बोलकर जबरदस्ती हमला किया था। इस घटना में दो एएसआई और तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इन शौर्यपूर्ण जवानों में शामिल थे एएसआइ गोवर्धन पासवान, एएसआइ मनोधन हांसदा, आरक्षी धनेश्वर महतो, आरक्षी डिब्रू पूर्ति और आरक्षी युधिष्ठिर मलुवा। नक्सलियों ने इस हमले के बाद उनके हथियार भी लूट लिए थे।

श्रद्धांजलि सभा में तिरुलडीह थाना प्रभारी रितेश कुमार ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए समाज से भटके हुए लोगों को समाज के मुख्यधारा में लौटने की अपील की। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हिंसा से कभी किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ है और सभी को यह याद दिलाया कि अपराध मुक्त समाज की स्थापना के लिए अमन और चैन स्थापित करने के लिए सभी का सहयोग चाहिए।

श्रद्धांजलि सभा में मौजूद थे एएसआई हरदेव पासवान, एएसआई अशोक कुमार मिंज, हवालदार सागर हेम्ब्रम, हवालदार दीपिक एक्का, हवालदार अवध किशोर दुबे, कुकड़ू प्रखंड के उप प्रमुख मो. एकराम, तिरुलडीह पंचायत के मुखिया सुधीर सिंह मुंडा, छात्र नेता बिकास ठाकुर, चौड़ा के उप मुखिया लाल मोहम्मद आंसरी, वार्ड सदस्य समेद आंसरी और तिरुलडीह थाना के कई पुलिसकर्मी। इन सभी लोगों ने शहीद पुलिसकर्मियों के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की और दो मिनट के मौन के बाद उनकी आत्मा की शांति की कामना की।

यह यात्रा तिरुलडीह थाना क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानीयों के बलिदान को सलामी देने के लिए आयोजित की गई। इस समारोह में जनता और स्थानीय अधिकारियों ने शहीद सैनिकों को सम्मानित किया और उनके परिवारों के प्रति आपत्ति व्यक्त की। वे इस मौके पर सभी लोगों से अपील करते हैं कि वे सदैव सेना और पुलिस के बलिदानी सैनिकों का सम्मान करें और उनके परिवारों की मदद करें।

इस शहादत दिवस को याद करते हुए, हमें इस घटना का महत्व और वीरता का सामरिक महत्व समझाना चाहिए। शहीद जवानों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमें उनकी साहसिकता, बलिदान और वीरता को सराहना करनी चाहिए और उनके परिवारों को समर्थन प्रदान करना चाहिए। इससे हम एक विशिष्ट शहीद जवान को नहीं बल्क एक सामरिक परिवार को सम्मानित करेंगे जो हमारी सेवा के लिए निरंतर तत्पर रहता है।