समाज जागरण अनिल कुमार
हरहुआ वाराणसी।
स्थानीय विकासखंड अंतर्गत खुले सरकारी धान क्रय केन्द्रो पर गत वर्षो जैसा उत्साह नदारद है। केन्द्र पर धान की आवक भी प्रभावित है।
हरहुआ मे इस वर्ष मात्र तीन केन्द्र है ।दो केन्द्र विपणन विभाग के गोसाईपुर मोहाँव पीसीएफ गोदाम मे तथा तीसरा केन्द्र भैठौली साधन सहकारी समिति मे।
गोसाईपुर मोहाँव अंतर्गत विपणन विभाग के दोनो क्रय केन्द्रो की स्थिति अभी रफ्तार नही पकड़ पाई है। सीनियर मार्केटिंग इंस्पेक्टर राजेश शुक्ल ने बताया कि अभी तक विपणन शाखा हरहुआ प्रथम पर 37 किसानो से 3620 कुंटल और हरहुआ द्वितीय पर 34 किसानो से 3256 कुंटल खरीद हुई है।
सहकारी समिति भैठौली की स्थिति और भी खराब है।सचिव तथा केन्द्र प्रभारी अभय कुमारसिंह ने बताया कि अभी तक 15 किसानो से 600 कुंटल धान खरीद हुई है जिसमे 12 किसानो के खाते मे लगभग साढ़े बारह लाख रुपए भुगतान किया जा चुका है।
इस संबंध मे क्षेत्रीय किसान औरा ग्रामपंचायत के जितेन्द्र पांडेय , जिगेन्द्र पांडेय, त्रिभुवन पांडेय, सेमरी के अमरनाथ सिंह,और मुर्दहा के कैलाशनाथ सिंह ने बताया कि हर वर्ष आयर समिति मे भी धान क्रय केन्द्र खुलता था, यह केन्द्र बाजार मे स्थित होने और सर्वसुलभ होने के कारण किसान यहाँ आसानी से पहुंच जाते थे ।दूसरी बात यह कि आयर मे चक्का , सिंहापुर और हरहुआ क्षेत्र के किसान भी धान बेच लेते थे।मगर किसानो की मांग और जनप्रतिनिधियो के अनुरोध के बावजूद आयर के केन्द्र को बंद कर दिया गया।अब इधर के किसानो को धान लेकर भैठौली या मोहाँव जाना असुविधाजनक लगता है।
ग्राम प्रधान मुर्दहा रवीन्द्र यादव तथा प्रधान संघ के जिला महामंत्री मधुबन यादव ,औरा प्रधान प्रतिनिधि संजय कुमार ,भगत यादव ,राजनारायण पटेल ने कहा कि विगत वर्ष हरहुआ और आयर मे भी केन्द्र था, इस वर्ष दोनो केन्द्र बंद करने से किसानो के समक्ष असमंजस की स्थिति बन गई है।
आयर समिति के पूर्व अध्यक्ष त्रिभुवन नारायण मिश्र और वर्तमान अध्यक्ष भरत मिश्र ने कहा कि विभागीय अधिकारियो को अभी भी किसानो की समस्याओ का संज्ञान लेकर आयर समिति मे धान खरीद केन्द्र स्थापित कराना चाहिए।
बहरहाल पिछले वर्ष की तुलना मे धान खरीद मे आई सुस्ती के जल्द दूर होने के आसार फिलहाल नजर नही आ रहे।
विगत वर्ष की तुलना मे धान का बाजार मूल्य इस बार अच्छा होने के कारण भी केन्द्रो पर खरीद शिथिल लग रही है।