मरहम लगा रही पिहानी पुलिस: राजघाट से गंगा जल लेकर आ रहे श्रद्धालु कांवड़ियों के पैरों में छाले पड़े

दैनिक समाज जागरण
हरदोई।पुलिस के कई चेहरे हमारे सामने आते रहते हैं। जहां हमेशा ही उनके रिश्वत लेने, कार्रवाई न करने आदि की शिकायतें आम रहती हैं। मनमानी कार्यशैली व खराब व्यवहार के कारण पुलिस अक्सर विवादों में रहती है।हमेशा पुलिस आरोपों के घेरे में रही है, लेकिन महकमे में कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी है जिनके कारण विभाग की अच्छी छवि बनती है। ऐसे ही मानवता पेश करने वाली नजीर पिहानी पुलिस ने पेश की है।
कोतवाल बेनी माधव त्रिपाठी ,जहानीखेड़ा चौकी इंचार्ज विनोद कुमार शर्मा, राजेश कुमार, अभिषेक त्यागी, दीपक आदि पुलिसकर्मियों ने मंसूर नगर तिराहा से लेकर जहानीखेड़ा सहादत नगर ,डर्रा ,बरबर मोड़ तक कावड़ यात्रियों को जलपान कराया व पैरों में छाले पड़ने पर मरहम लगाकर पट्टी बांधी। इस सराहनीय कार्य को देखकर कावड़ यात्रियों मे पुलिस के लिए अच्छी छवि प्रस्तुति हुई। कोतवाल बेनी माधव त्रिपाठी ने जगह-जगह गाड़ी रोककर कावड़ यात्रियों से हालचाल पूछा जलपान कराया व जिन लोगों के पैरों में छाले पड़ गए थे उनके पैरों की ड्रेसिंग भी करवाई।

कंधों पर कावड़, पैरों में छाले, फिर भी भोले भोले

जैसे-जैसे सावन की शिवरात्रि नजदीक आती जा रही है शिवभक्त कांवड़ियों के कदमताल बढ़ते जा रहे हैं। शिवभक्तों के पैरों में छाले पड़े हैं, कंधे पर कांवड़ लिए हुए हैं, फिर भी बम बम भोले के जयकारों के साथ शिवालयों की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। बढ़ते कांवड़ियों की संख्या से कसबा शिवमय हो रहा है।

राजघाट से गंगाजल लेकर शिवभक्त कांवड़िये तेजी से अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं। दिन में उमस भरी गर्मी होने के कारण कांवड़ियों की संख्या कुछ कम रहती है लेकिन सुबह-शाम व रात में यह संख्या काफी बढ़ जाती हैं। हाइवे पर कांवड़ियों की लाइनें नहीं टूट पा रही है। नेशनल हाइवे पर पूरी तरह कांवड़ियों का कब्जा हो गया है। हर तरफ बोल बम बोल बम, हर हर महादेव के जयकारे गुंजायमान हैं। पूरा क्षेत्र शिवमय हो रही है। हर कोई भगवान शंकर की खुमारी में डूबा है। शिवभक्त एक से बढ़कर एक सुंदर झांकी युक्त कांवड़ लेकर आ रहे हैं। डीजे पर भोले के भजनों पर कांवड़िये नृत्य करते हुए चल रहे हैं। झांकी युक्त कांवड़ लोगों का आकर्षण बनी हैं। शाम के समय बड़ी संख्या में शहर के लोग झांकी युक्त कांवड़ को देखने के लिए मेन सड़क पर पहुंच जाते हैं। जहानीखेड़ा पर कांवड़ियों का अनूठा संगम देखने को मिलता है।