उत्तर प्रदेश विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति द्वारा अधिकारियों के साथ की बैठक सम्पन्न

शिकायती पत्रों पर की गयी कार्यवाही को लिखित रूप जनप्रतिनिधियों को अवश्य उपलब्ध करायें-सभापति

दैनिक समाज जागरण
विश्व नाथ त्रिपाठी
प्रतापगढ़। विधान परिषद उत्तर प्रदेश की संसदीय अध्ययन समिति के सभापति सुरेन्द्र चौधरी जी की अध्यक्षता मे विकास भवन सभागार में समिति के सदस्य उमेश द्विवेदी, किरणपाल कश्यप व हंसराज विश्वकर्मा की उपस्थिति में जिलाधिकारी संजीव रंजन, पुलिस अधीक्षक डा0 अनिल कुमार, मुख्य विकास अधिकारी डा0 दिव्या मिश्रा, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) त्रिभुवन विश्वकर्मा, मुख्य राजस्व अधिकारी अजय तिवारी व जनपद के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की गयी। बैठक में सभापति सुरेन्द्र चौधरी ने उपस्थित अधिकारियों से जनप्रतिनिधियों द्वारा भेजे गये पत्र पर क्या कार्यवाही की गयी तथा उस कार्यवाही से उन्हें अवगत कराया गया अथवा नही के बारे में जानकारी प्राप्त की। बैठक में ग्राम्य विकास विभाग, मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जिला नगरीय विकास अभिकरण, पंचायती राज विभाग, सेतु निर्माण, लघु सिंचाई, पुलिस विभाग, समाज कल्याण विभाग, राजस्व विभाग, विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जो भी जनप्रतिनिधियों के शिकायती पत्र प्राप्त हुये है उन पर जो भी कार्यवाही की गयी हो उन्हें लिखित रूप से पत्र जनप्रतिनिधियों को प्रेषित कर दिया जाये। बैठक में विधान परिषद सदस्य उमेश द्विवेदी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के द्वारा भदरी माइनर मार्ग का जो निर्माण कार्य कराया गया है वह गुणवत्तायुक्त नही है, उन्होने कहा कि जिन संस्था द्वारा यह कार्य किया गया है उसे ब्लैक लिस्टेड किया जाये। जल निगम के सहायक अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना में सड़क की खुदाई कर जो पाइप लाइन बिछायी गयी है यदि सड़क पहले जैसी नही हुई है तो उसे चिन्हित कर दुरूस्त करायें और कितने घरों को हर घर नल योजना का लाभ मिल चुका है उसकी सूचना 15 दिवस के भीतर उपलब्ध करायें। बैठक में बताया गया कि पर्यटन विभाग के जो कार्य किये जा रहे है वह गुणवत्तायुक्त नही है जिस पर निर्देशित किया गया कि कार्य की गुणवत्तायुक्त की जांच की जाये। आबकारी अधिकारी को निर्देशित किया गया कि आस्था से जुड़े स्थानों पर मदिरा या शराब की दुकानों को दूर रखा जाये। रानीगंज अजगरा के स्वास्थ्य केन्द्र पर डाक्टर नही बैठते है जिसकी शिकायत प्राप्त हुई है जिस पर सीएमओ को निर्देशित किया गया कि निरीक्षण कर आख्या उपलब्ध करायी जाये। समिति के सभापति द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि विद्यालयों में शिक्षिका के शौचालयों की स्थिति को ठीक ढंग से रखा जाये जिससे किसी प्रकार की समस्या न हो। विद्यालयों में बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दी जाये और उन्हें बेहतर सुविधायें मुहैया करायी जाये और जो विद्यालय फर्जी तरीके से चल रहे है उन पर कार्यवाही की जाये और उसकी सूचना 15 दिवस में उपलब्ध करायी जाये। नलकूप खण्ड-द्वितीय प्रयागराज की समीक्षा में पाया गया कि जनपद के नलकूप खराब है जिस पर समिति द्वारा निर्देशित किया गया कि 15 दिवस के भीतर मूल पत्रावली समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि पुराने नलकूपों पर आवश्यक कार्यवाही की जाये। समिति ने कहा कि सभी कार्यालयों में एक पृथक से रजिस्टर बनाकर उसमें किस जनप्रतिनिधि का कब पत्र मिला तथा उस पर क्या कार्यवाही की गयी से सम्बन्धित जनप्रतिनिधि को अवगत कराने के लिये आख्या पत्र कब भेजा गया आदि सभी विवरण दर्ज किया जाये। समिति के सभापति ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को आपसी समन्वय से काम करना चाहिये ताकि विकास कार्य जनता तक सही ढंग से पहुॅच सके और आमजन मानस को लाभ मिल सके। शासन द्वारा जो भी योजनायें संचालित है उन सभी योजनाओं को अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुॅचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। अन्त में जिलाधिकारी संजीव रंजन ने समिति के सभापति व समिति के सदस्यों को स्मृति चिन्ह व पौधा भेंट किया। जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों को आश्वस्त किया कि जो भी कमियां पायी गयी है उन पर प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। बैठक में जिला विकास अधिकारी कृष्ण कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए दयाराम यादव सहित सचिवालय के अधिकारी व जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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