अबैध कब्जा से तालाबों का सिमट रहा है दायरा तहसील प्रशासन मौन

रणविजय सिंह परिहार
लालगंज (मिर्जापुर)। जलसंचय एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए तालाबों का संरक्षण संवर्धन शासन द्वारा किया जा रहा लेकिन शासन के तमाम दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं अतिक्रमण के जिद में आने से तालाबों का अस्तित्व समाप्त हो जा रहा है । जबकि जलमग्न की भूमि पर हाईकोर्ट ने सख्त आदेश जारी किया है कि तालाब के भीटे पर अतिक्रमण को तत्काल खाली कराया जाए जिससे तालाबों को अमृत सरोवर के तहत पौधरोपण, खुदाई आदि का कार्य कराया जा सके लेकिन तहसील प्रशासन कि लापरवाही से तालाबों पर किए गए अतिक्रमण को नहीं हटाए जाने से तालाबों का अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर पहुंच गया है। तालाब के भीटे पर अतिक्रमणकर्ताओ द्वारा पक्का मकान बनाकर अतिक्रमण कर लिया है। अतिक्रमण कर तालाब को पाटकर धीरे धीरे समाप्त कर दिया जा रहा है। जबकि तालाबों को अमृत सरोवर के तहत विकासित करने के लिए शासन ने अच्छा खासा बजट जारी किया है लेकिन बजट का बंदरबांट कर लिया गया है किसी भी अमृत सरोवर का कार्य पूरा नहीं किया गया है।हलिया विकास खंड देवरी उत्तर, बबुरा कला, सेमरा, गड़बड़ा राजा, राजपुर, आदि गांवों के तालाबों के भीटे पर अतिक्रमण कर कब्जा किया गया है।इस संबंध में एसडीएम लालगंज गुलाब चंद्र ने बताया कि अगर तालाब के भीटे पर अतिक्रमण किया है तो निरीक्षण कर खाली कराया जाएगा तालाब के भीटे पर अतिक्रमण किसी भी दशा में नही करने दिया जायेगा।