वीरेंद्र चौहान, समाज जागरण ब्यूरो किशनगंज।
बिहार प्रदेश के नगर परिषद क्षेत्र किशनगंज में सफाई कार्य में उदासीनता बरतने पर तीन-चार लाख रुपये के कटौती के बाद रुपये भुगतान किया जाता है। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी। वहीं एनजीओ के सूत्रों ने कहा कि सफाई कार्य में नगर प्रशासन द्वारा बहुत कम राशि व्यय की जा रही है। अधिकांश सफाई कर्मी भुगतान से असंतुष्ट हैं। RES. क्लीनिंग सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड सिलीगुड़ी को महीने में नगर परिषद के वार्डों में सफाई के लिए 30 लाख रुपये भुगतान किया जाता है। वहीं वार्ड नंबर 24 डे मार्केट की शीला दास कचरे का ढेर दिखाते हुए कहतीं हैं:
वार्ड में गंदगी का अंबार लगा रहता है। नगर परिषद के सफाई कर्मी सुन ही नहीं रहे हैं। लोग इस गंदगी में रहने को विवश हैं।
वार्ड नंबर 26, प्याज पट्टी के बाबु साह एवं कांति देवी कचरे का ढेर दिखाते हुए कहते हैं:
सफाईकर्मी नहीं आते। गंदगी सड़क पर पड़ी रहती है।चलने वालों को सांस लेने में परेशानी हो हो रही है। समय-समय पर सफाई होती तो यह स्थिति नहीं होती। नगर परिषद के लोग तथा गुजरने वाले जानलेवा प्रदूषण का सामना कर रहे हैं।
शिकायत मिलने पर होती है कार्रवाई:नगर परिषद के अधिकारी
कार्यपालक पदाधिकारी
प्रवीण कुमार ने पूछने पर बताया कि एनजीओ के माध्यम से सफाई करवाई जा रही है। महीने में लगभग 30 लाख रुपए सफाई के लिए दिया जाता है। वार्ड के लोगों से शिकायत मिलती है तो उसके महीने से तीन से चार लाख रुपए कटौती की जाती है। अगर ऐसे ही शिकायत मिलती रहेगी तो 4 जून के बाद इस एनजीओ को हटाकर दूसरे को रखने का कार्य किया जाएगा।