प्राकृतिक आपदा से मृत्यु के प्रकरणों में शीघ्र राहत राशि स्वीकृत करने के निर्देश

प्राकृतिक आपदा से मृत्यु के प्रकरणों में शीघ्र राहत राशि स्वीकृत करने के निर्देश

(शिवशंकर पाण्डेय जिला ब्यूरो)बालाघाट। कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में राजस्व विभाग के प्रकरणों एवं योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की गई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। बैठक में अपर कलेक्टर शिवगोविंद मरकाम, सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे। बैठक में स्वामित्व योजना के अंतर्गत आबादी ग्रामों के ड्रोन सर्वे की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी ग्रामों के सर्वे का कार्य समय सीमा में पूर्ण किया जाये। इस दौरान बताया गया कि जिले के 1172 ग्रामों में ड्रोन सर्वे होना है। अब तक 1059 ग्राम आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज किये जा चुके है और 603 ग्रामों का ड्रोन सर्वे पूर्ण हो चुका है। नगरीय क्षेत्रों के नजूल स्थायी पट्टा नवीनीकरण की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि यह कार्य तेजी से पूर्ण किया जाये। धारणाधिकार पट्टे का शीघ्रता से वितरण करने के निर्देश दिये गये। बैठक में आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज अविवादित नामांतरण के प्रकरणों का समय सीमा के भीतर निराकरण करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार विभिन्न राजस्व मदों की वसूली एवं बैक आरआरसी प्रकरणों में वसूली का लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। प्राकृतिक आपदा से मृत्यु के प्रकरणों में राहत के प्रकरण एवं सड़क दुर्घटना में सहायता राशि के प्रकरणों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये गये कि इन प्रकरणों का तत्परता के साथ निराकरण किया जाये। इन प्रकरणों के निराकरण में अनावश्यक विलंब नहीं होना चाहिए। राजस्व अधिकारियों को अपने क्षेत्र में शासकीय भूमि पर किये गये अतिक्रमण हटाने एवं अवैध कालोनियों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार वन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत पट्टा तैयार करने एवं जाति प्रमाण पत्र तैयार करने का कार्य तत्परता के साथ करने के निर्देश दिये गये। बैठक में मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए शेष रह गये किसानों का शीघ्र सत्यापन करने के निर्देश दिये गये। बैठक में सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि त्रि-स्तरीय पंचायतों में आरक्षण की प्रक्रिया सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों के अनुरूप किया जाना है। सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में यह कार्य पूरी जिम्मेदारी एवं सावधानी के साथ करें और इसमें किसी भी तरह की त्रुटि न होने दें।