पटना में कार्तिक छठ पर्व को लेकर तैयारी पूर्ण

नहाय खाय के साथ शुरू हुई लोक आस्था का पवित्र तथा चार दिवसीय छठ पर्व

समाज जागरण पटना जिला संवाददाता:- वेद प्रकाश

पटना/ जिले के प्रमुख सूर्य मंदिरों सहित अन्य जलाशयों तथा छठ घाटों पर तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। जहां नहाय खाय के साथ मंगलवार को लोक आस्था का पवित्र तथा चार दिवसीय कार्तिक छठ पर्व की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान ब्रतीयो ने स्नान कर पूरे आस्था तथा भक्ति भाव में लीन होकर अपने हाथों से अरवा चावल, कद्दू की शब्जी तथा चने की दाल बनाये तथा पूजा अर्चना के बाद प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। साथ ही अपने आसपास के लोगो तथा सगे सम्बन्धियों को प्रसाद खिलाया। जबकि बुधवार की शाम लोहड़ का प्रसाद ग्रहण कर व्रती 36 घण्टे का उपवास शुरू करेंगे। जिसका समापन छठ व्रती शुक्रवार की सुबह उदयीमान सूर्य के अर्घ्य देकर प्रसाद ग्रहण करने के बाद करेंगे।
ज्ञात हो कि छठ पर्व बिहार के सबसे प्रमुख पर्वों में एक है। जबकि उत्तर प्रदेश में भी इसे धूमधाम से मनाया जाता है। अब तो देश विदेश में भी इसे आंशिक रूप से मनाई जा रही है। बिहार की प्रमुख पर्व होने के कारण यहां पूजा की तैयारी गैर प्रशासनिक तथा प्रशासनिक स्तर पर की जाती है। जिसको लेकर गंगा, सोन तथा पुनपुन नदी घाटों सहित जिन जलाशयों में अर्घ्य दी जाती है। वहां बिधि ब्यवस्था की देख रेख स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी बन गयी है। विश्व के बारह अर्क स्थलों में उलार के ओलार्क, देव के देवार्क, उड़ीसा के कोणार्क, पंडारक के पुण्यार्क, अङ्गरी के औंगार्क, काशी के लोलार्क, कन्दाहा सहरसा के मार्केण्डेयार्क, उत्तराखण्ड कटारमल के कटलार्क, बड़गांव के बालार्क, चंद्रभागा नदी किनारे चानार्क, पंजाब के चिनाव नदी किनारे आदित्यार्क तथा गुजरात के पुष्पावती नदी किनारे मोढेरार्क शामिल है। उनने से बिहार के पटना जिला अंतर्गत दुल्हिन बाजार प्रखण्ड के उलार गांव स्थित ओलार्क सूर्य मंदिर का स्थान तीसरा है। जहां इस वर्ष पांच लाख व्रतियों की भीड़ जुटने की सम्भावना है। जिसे नियंत्रित करने तथा उचित शुरक्षा का इंतजाम करने के लिए अनुमंडल क्षेत्र के सभी थानाध्यक्षों सहित पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है। मंदिर परिसर में एम्बुलेंस सहित चिकित्सकों की टीम मौजूद रहेगी। पूरे मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे, पर्याप्त लाइटिंग व्यवस्था की गई है। दर्जनों अस्थाई शौचालय, चेंजिंग रूम का निर्माण कराया गया है। व्रतियों को ठहरने के लिए टेन्ट सिटी तैयार किया गया है। तालाब में तथा सड़को पर बेरिकेटिंग की गई है। भीड़ की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे की व्यवस्था की गई है। जबकि अर्घ्य के समय तालाब में एसडीआरएफ की टीम मौजूद रहेगी। मंदिर परिसर में पेयजल के लिए दर्जनों चापाकल लगाई गई है। वाहनों के पार्किंग के लिए मंदिर परिसर से दूरी पर व्यवस्था की गई है।
इसी तरह जिला के सभी छठ घाटों को चिन्हित कर शुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। वही प्रशासनिक तैयारियां भी पूरी कर ली गयी है। सभी घाटों पर जल स्तर को देखते हुए बेरिकेटिंग तक कराई गई है। खतरनाक घाटों पर अर्घ्य के दौरान शुरक्षकर्मियो के साथ मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति की गई है। यहां तक कि छठ घाटों तक पहुंचनेवाले रास्तो पर बेरिकेटिंग कराई गई है।