रसोईया संयोजिका के स्थाईकरण पर किया गया वादा नहीं हुआ लागू, अनिश्चितकालीनधरना की दी चेतावनी।

रविकांत गोप,समाज जागरण प्रखंड संवाददाता राजनगर(सरायकेला)झारखंड

राजनगर :-झारखंड राज्य विद्यालय रसोइया संयोजिका संघ की एक बैठक राजनगर हाट मैदान में प्रखण्ड अध्यक्ष श्रीमती रामप्यारी तेतारी के अध्यक्षता में संपन्न हुई, बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व प्रमुख संरक्षक बिशु हेंब्रम एवम जिला अध्यक्ष श्रीमती प्रमिला देवी उपस्थित हुए. बैठक में चर्चा की कि 5सूत्री मांगो पर सरकार के साथ जो लिखित समझौता हुआ था वह अभी तक पुरा नही हु आ. स्व जगरनाथ महतो ( शिक्षा मंत्री)ने 24दिसंबर 22को संघ के 5सूत्री मांग देने पर सहमति बनी हुई थी, फिर 16दिन बाद 10अक्तूबर 22को पुनः एक प्रतिनिधि मंडल विधायक सुदीप कुमार सोनू के साथ शिक्षा मंत्री स्व जगरनाथ महतो से मिले थे तो उस समय भी माननीय मंत्री 5सूत्री मांग देने की सहमति बनी लेकिन अभी तक मांगे पूरी नही हुई.पुनः 3अगस्त 23को तीन विधायक सुदीप कुमार सोनू, अंबा प्रसाद एवं विनोद सिंह के नेतृत्व में शिक्षा सचिव के रवि एवं मध्यान भोजन निर्देशक किरण कुमार पासी के साथ लिखित वार्ता हुई, वार्ता में कहा गया था कि अक्टूबर 23तक स्थायी करने का नियम बनाया जायेगा, और रसोइया को 1000/रु बढ़ाया जाएगा, साल में दो सेट साड़ी दिया जाएगा, 10माह के जगह 12महीने का मानदेय दिया जाएगा, रसोइया संयोजिका को विद्यालय में खाने के लिए चावल आवंटन किया जाएगा, इस समझौता को अप्रैल 23से मान्य होगा, लेकिन आज तक मांगें पूरी नहीं हुई. इन्ही विषय विंदुवो को लेकर आज के बैठक में गहन विचार विमर्श किया गया।
जिला अध्यक्ष श्रीमती प्रमिला देवी ने कहा कि हमलोंगो के साथ नाइंसाफी हुई है राज्य सरकार हमलोंगों के साथ छल कर रही है, धोखा दे रही है लेकिन संघ चुप नही बैठेगी, 3अगस्त 2024से संघ जिला मुख्यालय के समक्ष अनिश्चित कालीन धरना पर बैठेगी और इसकी सारी जवाब दे ही राज्य सरकार की होगी।

झारखंड राज्य विद्यालय रसोइया संयोजिका संघ की ये है मांगे
मांगे इस प्रकार है
(1)सभी रसोइया संयोजिका को स्थयी किया जाय.
(2) सभी रसोइया एवम संयोजिका को न्यूनतम वेतन लागू किया जाए.
(3)सभी रसोइया एवम संयोजिका को 5लाख का निशुल्क बीमा किया जाए.
(4)साल में सभी रसोइया एवम संयोजिका को दो सेट साड़ी दिया जाए एवम पेंशन स्कीम से जोड़कर पेंशन लागू किया जाए.
(5)सभी रसोइया एवम संयोजिका को ग्रेच्युटी लागू किया जाए और प्रसव अवकाश दिया जाए, काम के दौरान चोट घाव लगने पर ईलाज की व्यवस्था किया जाए, और सेंट्रलाइज मध्यान भोजन बंद किया जाए, और हटाए गए रसोइया एवम संयोजिका को पुनः काम पर रखा जाय।
बैठक में मुख्य रूप से सुनीता देवी, रीना देवी, फूलकुमारी महतो, जोबा मार्डीi, पोद्मावती देवी, सरोजनी टुडू, सुनीता देवगम, सुनीता सरदार, शकुंतला देवी, जोशना देवी, जीयु तियू, रीना महतो, शांति कुंटिया, जोबा माझी, संजू मुर्मू, रूपी मार्डी, मति सोरेन, कृष्णा बारी, मानकों मार्डी, दुलारी टुडू आदि उपस्थित थे।