राम जन्मभूमि आंदोलन कार सेवकों ने बताई कहानी, अब प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के बन रहे साक्षी

कांटेदार तालाबंदी रोका था रास्ता 3 दिन जेल में रहे
राम जन्मभूमि आंदोलन कार सेवकों ने बताई कहानी, अब प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के बन रहे साक्षी

समाज जागरण
शहडोल विजय तिवारी
राम जन्मभूमि आंदोलन में शहडोल संयुक्त जिला से चित्रकूट के रास्ते से स्वर्गीय श्रीमती विजया राजे सिंधिया स्वर्गीय प्यारेलाल खंडेलवाल, स्वर्गीय लल्लू सिंह पूर्व विधायक के नेतृत्व में चित्रकूट तक हजारों की संख्या में कार सेवक के रूप में गए थे लेकिन उस समय के तत्कालीन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की बॉर्डर को कांटेदार तरसे जो सील किया गया था उसे कार सेवकों द्वारा तोड़कर अंदर घुस गए मुलायम सिंह यादव की चार चौबंद व्यवस्था पुलिस की कुछ ही दूर में सभी कार सेवकों को गिरफ्तार कर बसों में भरकर वादा की ओर जाने वाले रास्ते से एक विशाल करेजिया जंगल में छोड़ने की व्यवस्था बनाई थी। नारायणी ग्राम के सजा के लोगों मैं लगभग 45 बसों में ट्रैकों में जो कर सेवक भरे गए थे नारायणी ग्राम में ही बनाए गए अस्थाई जेल मैं सभी को रखा गया तीन दिनों तक सभी कर सेवकों को रखकर तीसरे दिन रिहाई की गई गिरफ्तारी के कारण अयोध्या तक पहुंचने में पूरे कर सेवा असमर्थ हो गए अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो भगवान राम की स्थापना हो इस संबंध में सन 1988 के बाद चाहे वह शिला पूजन का कार्यक्रम रहा हो या परम श्रद्धेय लाल कृष्ण आडवाणी जी की रथ यात्रा रही हो वह कर सेवक के रूप में 1990 में जाने का रहा हो उसमें मैं पूरे घटनाक्रम समर्पित भाव से हिस्सा लेते हुए साक्षी के रूप में सुरेश चतुर्वेदी धनपुरी जिला शहडोल के निवासी हैं। चतुर्वेदी ने कहा कि आज जब राम मंदिर बनकर तैयार है भगवान राम की 22 जनवरी को स्थापना हो रही है उसे सुनकर अति प्रसन्नता हो रही है की हम अपने जीते जी जो संघर्ष में हिस्सा लिया था वह आज सफल होने जा रहा है । शहडोल जिले से निम्न कार्यकर्ता जो नारायणी की अस्थाई जेल में रहे हैं स्वर्गीय लल्लू सिंह पूर्व विधायक, अमरनाथ शर्मा ,श्रीमती शांति तिवारी, सुरेश चतुर्वेदी, बीबी शर्मा ,मन्नू सिंह, मूलचंद अग्रवाल, बेनी प्रसाद पटेल, मुद्रिका प्रसाद मिश्रा, नरेंद्र शुक्ला, बद्री प्रसाद तिवारी ,रामनारायण गुप्ता, शिवहरे जी ,रमेश गुप्ता, सुरेश शर्मा छतवाही जगदीश सोनी, दिनेश त्रिपाठी स्वर्गीय सोहन सिंह ,रामनारायण उरमालिया, श्री नारद , नत्थू लाल सोनी ,राम रतन बैग, मोहन कश्यप विजय सिंह दहिया, स्वर्गीय खड़ा आनंद सिंह, गुलाबचंद रिछारिया, हीरालाल रजक ,रामखेलावन चौरसिया, दाऊराम पांडे इत्यादि कार्यकर्ता नारायणी जेल से तीसरे दिन रिहा होकर शहडोल वापस आए थे। शेष निम्न कार्यकर्ता कारसेवक जो चित्रकूट तक ही जा पाए थे वह बॉर्डर पर नहीं कर पाए थे उसमें निम्न लोग थे रामचरित मिश्रा, चंद्र कुमार दुबे एडवोकेट ,राम सुशील तिवारी, कमलेश्वर मिश्रा, गुलाब चंद्र अग्रवाल, श्रीकांत चतुर्वेदी, ओमप्रकाश द्विवेदी ,आत्मानंद चतुर्वेदी, केडी मिश्रा, स्वर्गीय चंद्रभूषण पांडे ,अवध राज सिंह अन्य बहुत सारे कार्यकर्ता जिन्हें रोका गया था।