रामलीला पर नजर रखने वाली सैटेलाइट: नोएडा में आज की रामलीला

नोएडा मे आज की राम लीला


देव मणि शुक्ल
ब्यूरो प्रभारी

श्री सनातन धर्म राम लीला नोएडा स्टेडियम मे सीता हरण, जटायु मरण, हनुमान द्वारा लंका दहन का प्रसंग होगा ।

नोएडा सेक्टर १०७ महर्षि नगर में

महर्षि राम लीला महर्षि नगर मे आज
भगवान राम पिता से आज्ञा लेकर वनवास प्रस्थान , केवट संवाद होगा।

सेक्टर 62 श्री राम मित्र मंडल रामलीला मे आज सीता हरण, वर्षो आस लगाए बैठी शबरी राम का मिलन होगा जहां भगवान जूठे बैर खाकर, माता सबरी का उद्धार करेंगे ।

सेक्टर 46 श्री राम लखन रामलीला समिति के द्वारा आयोजित रामलीला में आज भगवान राम १४ साल के वनवास के लिए प्रस्थान करेंगे।
राम वन गमन और सीता हरण का मंचन होगा।

  • अमलाई के होनहार छात्र कुश यादव ने 10वीं में 92% अंक प्राप्त कर स्कूल टॉप किया, नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष ने दी शुभकामनाएं

    अमलाई । नगर परिषद अमलाई के प्रतिष्ठित समाजसेवी श्री अरविंद यादव के सुपुत्र कुश यादव ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में 92% अंक अर्जित कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। कुश की इस उल्लेखनीय उपलब्धि से न केवल विद्यालय, बल्कि समस्त अमलाई नगर और समाज का नाम गौरवान्वित हुआ है।

    कुश यादव की इस शानदार सफलता पर नगर परिषद की नेता प्रतिपक्ष अर्चना यादव एवं कांग्रेस नेता अजय यादव ने उन्हें हार्दिक बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि कुश जैसे प्रतिभाशाली विद्यार्थी हमारे क्षेत्र की शान हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनते हैं।

    कुश की इस सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और माता-पिता व शिक्षकों का मार्गदर्शन शामिल है। नगरवासियों, शिक्षकों एवं गणमान्य नागरिकों ने भी कुश को शुभकामनाएं दी हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

    इस अवसर पर श्रीमती यादव ने कहा कि नगर परिषद अमलाई शिक्षा के क्षेत्र में उभरती प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए सदैव तत्पर है।

  • अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 01 दिवसीय तहसील अभ्यास वर्ग सम्पन्न

    प्रशिक्षण ही वर्षभर के कार्य का आधार

    दैनिक समाज जागरण/ संवाददाता अरुण पांडेय गुरूजी।

    घोरावल/ सोनभद्र। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शैक्षणिक पुनर्रचना व व्यक्ति निर्माण के माध्यम से अपने लक्ष्य राष्ट्रीय पुननिर्माण की ओर आगे बढ़ रहे हैं। अपने कार्य प्रभावी व परिणामकारी बना सकें, इस उद्देश्य को लेकर समय-समय पर विभिन्न स्तर पर बैठक एवं प्रवास, अभ्यास वर्ग की व्यवस्था विकसित हुयी है। इसी क्रम में अभाविप सोनभद्र जिला के घोरावल तहसील का तहसील अभ्यास वर्ग दिनांक 09 मई 2025 को स्वामी विवेकानन्द धर्मशाला घोरावल सोनभद्र में सम्पन्न हुआ। इस तहसील अभ्यास वर्ग में चार नगरों के 18 शैक्षिक संस्थानों के इकाई के 100 विद्यार्थी कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया एवं अभाविप के रचनात्मक, संगठनात्मक एवं कार्यक्रमात्मक जानकारी से रुबरु हुए। जिला में वर्ष भर कार्य करने की पूर्ण कार्य पद्धति एवं भूमिका बनाई गई। अभ्यास वर्ग में कुल 05 सत्रों का आयोजन हुआ जिनमें सैद्धांतिक भूमिका, कार्यपद्धति, संपर्क संवाद प्रवास, परिसर कार्य, आयाम कार्य एवं गतिविधि, विमर्श निर्माण एवं अंत में समारोप सत्र का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने प्रत्येक विषयों पर उद्बोधन एवं प्रमुख जानकारी प्राप्त की। मुख्य वक्ता के रूप में श्री अमित देव पांडेय, जी एवं प्रवासी कार्यकर्ता के रूप में प्रांत जनजाति कार्य संयोजक श्री मनमोहन निषाद जी रहें। अभ्यास वर्ग में विशेष रूप से प्रांत कार्यसमिति सदस्य अनमोल सोनी, विभाग सह संयोजक सौरभ सिंह, जिला संयोजक मृगांक दुबे उपस्थित रहें । सत्र समाप्ति पर तहसील प्रमुख डॉ. मनोज कुमार सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया एवं तहसील संयोजक ललितेश मिश्रा, सह संयोजक अभय सिंह,नगर मंत्री रणजीत पटेल, नगर सहमंत्री, अनमोल केशरी, कुशाग्र दुबे, अभय शुक्ला, सुधांशु सिंह, एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

  • जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में खनन के सम्बन्ध में समीक्षा समन्वय गोष्ठी की गई आयोजित

    समाज जागरण/ ब्यूरो चीफ़ सोनभद्र।

    सोनभद्र। जिलाधिकारी सोनभद्र बी0एन0 सिंह व पुलिस अधीक्षक सोनभद्र अशोक कुमार मीणा की संयुक्त अध्यक्षता में दिनांक 09.05.2025 को कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष सोनभद्र में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस गोष्ठी में खनन, परिवहन, और विधि-व्यवस्था जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। बैठक का उद्देश्य अवैध खनन पर नियंत्रण, खनन नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करना, और जिला प्रशासन व पुलिस के बीच समन्वय को मजबूत करना था। जिलाधिकारी सोनभद्र व पुलिस अधीक्षक सोनभद्र द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों को अवैध खनन गतिविधियों पर सख्त निगरानी और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। खनन माफियाओं के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाने पर जोर दिया गया। खनन कार्यों में पर्यावरणीय नियमों और वैध परमिट के उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। पुलिस अधीक्षक ने खनन क्षेत्रों में नियमित गश्त और निगरानी बढ़ाने का आश्वासन दिया। साथ ही, खनन से संबंधित शिकायतों के त्वरित निपटारे के लिए एक समन्वित तंत्र स्थापित करने की बात कही। समीक्षा बैठक में आम जनता को अवैध खनन के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने और वैध खनन प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देने की आवश्यकता पर चर्चा हुई। खनन विभाग के अधिकारियों को खनन स्थलों का नियमित निरीक्षण करने और अवैध गतिविधियों की तत्काल रिपोर्टिंग करने का निर्देश दिया गया। पुलिस को खनन माफियाओं और अवैध खनन में शामिल वाहनों के खिलाफ नियमित छापेमारी करने के लिए कहा गया। समीक्षा बैठक के दौरान उपस्थित सभी पदाधिकारियों को खनन से संबंधित शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के लिए प्रेरित किया गया।
    जिलाधिकारी सोनभद्र बी0एन0 सिंह व पुलिस अधीक्षक सोनभद्र अशोक कुमार मीणा ने सभी संबंधित विभागों से आपसी सहयोग और तत्परता के साथ कार्य करने का आह्वान किया ताकि जिले में खनन गतिविधियाँ पारदर्शी और कानून के दायरे में हों। पुलिस अधीक्षक सोनभद्र ने आश्वासन दिया कि पुलिस प्रशासन अवैध खनन के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगा और विधि-व्यवस्था को बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

  • सतर्क कानपुर में कड़ी सुरक्षा,अफवाहों के खिलाफ नजर में सोशल मीडिया

    सुनील बाजपेई
    कानपुर। पाकिस्तान रूपी आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए कटिबद्ध भारत युद्ध में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब लगातार दे रहा है। वहीं बढ़ते तनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश का अति संवेदनशील महानगर कानपुर हाल फिलहाल हाई अलर्ट पर है। यहां के रक्षा समेत सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान अब कड़ी सुरक्षा के दायरे में हैं।
    यहां हर तरह के हालातों से निपटने के लिए पुलिस अधिकारियों ने इस तरह का प्लान तैयार किया है जिससे शहर का कोई भी हिस्सा सुरक्षा घेरे से बाहर न हो। इसके लिए अधिकारियों को अपने क्षेत्र के साथ ही विशेष तौर पर अलग अलग सुरक्षा व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
    इसी के साथ पुलिस ने आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कमर कस ली है। शहर के 12 प्रतिष्ठानों जिसमें प्रतिरक्षा संस्थान शामिल हैं, उनकी निगरानी के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही शहर के 35 सामरिक महत्व के स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाने की कवायद शुरू की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से इन संस्थानों और प्रतिष्ठानों का नाम नहीं खोला गया है। यहां एडीशनल सीपी के निर्देशन में हुई समीक्षा बैठक में इसके लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। सुरक्षा की जिम्मेदारी जोनवार चारों डीसीपी को सौंपी गई है।
    इस बीच सूत्रों ने जिस आशय का दावा किया है। उसके मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को लेकर सबसे सॉफ्ट टारगेट सोशल मीडिया को माना गया है। सोशल मीडिया पर तमाम फर्जी मैसेज से लेकर वीडियो और भड़काऊ पोस्ट तेजी से पोस्ट की जा रही है। एडीसीपी एलआईयू राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि भारत पाक के बीच तनाव को देखते हुए सोशल मीडिया पर भी भ्रामक व टिप्पणी करती हुई खबरें, वीडियो अपलोड कर अफवाह फैलाई जा रही है। जिसके खिलाफ निगरानी के लिए एसीपी कल्याणपुर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। कुल मिलाकर इस गंभीर मुद्दे को लेकर पुलिस प्रशासन हर तरह से सतर्क और सक्रिय है। उसने जिले भर में रक्षा समेत सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए हैं। साथ ही अफवाहों के खिलाफ भी सोशल मीडिया पर पहली नजर रखी जा रही है।

  • जल जीवन मिशन के तहत नल-जल योजनाओं के पंप चालकों का प्रशिक्षण सम्पन्न

    ग्रामों में निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु जनपद सभागार अनुपपुर (बदरा) में हुआ एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

    अनूपपुर। जल जीवन मिशन के अंतर्गत संचालित एकल ग्राम नल-जल योजनाओं की सुचारु क्रियान्वयन एवं ग्रामवासियों को नियमित और शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पंप चालकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जनपद सभागार अनुपपुर (बदरा) में आयोजित किया गया। इस अवसर पर एसडीओ श्री दीपक साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति व्यवस्था की रीढ़ पंप चालक होते हैं। यदि उन्हें संचालन, रख-रखाव और तकनीकी पहलुओं की सटीक जानकारी हो तो जल आपूर्ति में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होती। इसलिए विभाग द्वारा यह प्रशिक्षण आयोजित किया गवा है, जिससे पंप चालक बेहतर तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।

    प्रशिक्षण में पंप संचालन की तकनीकी जानकारी, मशीनों के नियमित रखरखाव, विद्युत सुरक्षा उपाय, जल स्रोतों की स्वच्छता, आपातकालीन स्थितियों में त्वरित कार्रवाई एवं रिपोटिंग की प्रक्रिया आदि विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में जल संसाधन विभाग, जनपद पंचायत, तकनीकी स्टाफ और संबंधित अधिकारियों ने सहभागिता की। पंप चालकों ने प्रशिक्षण के दौरान अपने अनुभव साझा किए और विभिन्न समस्याओं पर अधिकारियों से चर्चा भी की।

    एसडीओ श्री साहू ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल पहुंचाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और इस लक्ष्य की प्राप्ति में पंप चालकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी उपस्थित कर्मचारियों से नियमित निगरानी, समयबद्ध रिपोर्टिंग और जनता से समन्वय बनाए रखने का आह्वान किया।

  • संदिग्ध तिब्बती नागरिक द्वारा अनाधिकृत मार्ग से इंडो-नेपाल सीमा पार का प्रयास विफल

    🛑 एस एस बी की सजगता व सतर्कता के कारण संदिग्ध तिब्बती नागरिक हिरासत में

    दैनिक समाज जागरण संवाददाता
    गलगलिया (किशनगंज) । भारत – पाकिस्तान तनाव के मद्देनज़र इंडो -नेपाल सीमा के गलगलिया, डेंगूजोत आदि नाका पर एस एस बी द्वारा कड़ी चौकसी बरती जा रही है। एस एस बी 41वीं बटालियन के जवानों द्वारा हर आने जाने वाले व्यक्तियों व वाहनों की गहन जाँच की जा रही है । इसी क्रम में एस एस बी 41वीं बटालियन अंतर्गत भातगाँव कंपनी की पेट्रोलिंग पार्टी ने गुरुवार को एक संदिग्ध तिब्बती नागरिक को हिरासत में लिया है । हिरासत में लिये गये संदिग्ध तिब्बती नागरिक का नाम 45 वर्षीय ल्हुन्डुप देचेन बताया गया है ।

    एस एस बी से मिली जानकारी के अनुसार, मौके पर पूछताछ दौरान पता चला कि हिरासत में लिए गए संदिग्ध तिब्बती नागरिक वर्ष 2000 में भारत आया था और तब से वह कर्नाटक में एक तिब्बती शरणार्थी शिविर में रह रहा था। उसके आधार कार्ड पर उसका पता ड्रेपुंग गोमांग मठ, मुंडगोड, तिब्बती कॉलोनी, उत्तर कन्नड़, कर्नाटक है । वह 18 से 22 साल तक भारत में रहा । बताया गया कि वह ज़्यादातर कर्नाटक और बीच-बीच में धर्मशाला या देश भर के दूसरे टीआर कैंपों में रहा ।

    पिछले एक साल से उक्त संदिग्ध तिब्बती नागरिक नेपाल के दक्षिण काली के फारपिंग में ध्यान के उद्देश्य से रह रहा था। 24 अप्रैल 2025 को उक्त संदिग्ध तिब्बती नागरिक भारत-नेपाल सीमा के बीरगंज-रक्सौल ट्रांजिट रूट से भारत आया और ट्रेन से यात्रा करते हुए चंडीगढ़ गया था। वहां से
    धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) गया । धर्मशाला में उसने दिल्ली से बागडोगरा के लिए फ्लाइट की टिकट बुक की। गुरुवार को वह बागडोगरा पहुंचने के बाद इंडो – नेपाल सीमा पार कर नेपाल जाने के लिए गलगलिया के पास भातगांव पहुंचा । जहाँ उसे कुछ लोगों द्वारा डेंगूजोत के अनाधिकृत मार्ग से सीमा पार करवाने का वादा किया था । जब उक्त संदिग्ध तिब्बती नागरिक अनाधिकृत रोड से भारत से नेपाल जा रहा था, उसी दौरान एस एस बी 41वीं बटालियन अंतर्गत भातगाँव कंपनी की पेट्रोलिंग पार्टी ने रोक कर पूछताछ की । पूछताछ के दौरान शक होने पर उसे हिरासत में ले लिया गया । बताया गया कि इंडो – नेपाल सीमा स्तंभ संख्या-101 के पास से गुजरने वाली मार्ग अनधिकृत है। तिब्बती नागरिकों को अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करते समय, भारत से नेपाल जाते समय उचित निकास परमिट की आवश्यकता होती है और केवल निर्दिष्ट मार्ग से ही (चेक-पोस्ट के माध्यम ) जाने की अनुमति होती है ।

    एस एस बी द्वारा संदिग्ध तिब्बती नागरिक से विस्तृत संयुक्त पूछताछ के बाद अग्रिम कार्रवाई हेतु खोरीबारी थाना पुलिस को सौंप दिया गया ।

  • सुरक्षित मातृत्व दिवस पर 245 गर्भवती महिलाओं की हुयी जांच

    *पांच मरीजों को किया गया जिला अस्पताल रेफर।
    समाज जागरण अनिल कुमार
    हरहुआ वाराणसी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरहुआ पर आज शुक्रवार को सुरक्षित मातृत्व दिवस कार्यक्रम में कुल 245 गर्भवती महिलाओं की जॉच की गयी। 9 गर्भवती हाईरिस्क(उच्च जोखिम)में पायी गयी। पांच गर्भवती को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया।
    अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 हरीश चंद्र मौर्य व पीएचसी प्रभारी हरहुआ ने बताया कि शिशु मृत्यु दर कम करने के उद्देश्य से हर महिने की 9 तारीख को सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन किया जाता है। चिकित्सा प्रभारी हरहुआ, डॉ0 नन्दआसरे और स्टाफ नर्स संजू कुमारी रोजमेरी बोथा द्वारा जांच की गयी।जिसमें 21 गर्भवती महिलाओं की बीपी,शुगर,एचआईवी, हिमोग्लोबिन आदि जॉच की गयी।जिसमें 3 हाईरिस्क गर्भवती व 2 अन्य को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया।
    डॉ0 मनु चतुर्वेदी ,ब्लाक कार्यक्रम प्रबन्धक बसंतलाल श्रीवास्तव,अपर शोध अधिकारी श्रीनाथ यादव, फार्मासिस्ट राकेश कुमार,कार्यालय सहायक पंकज कुमार सिंह,सीएचओ गौरव शर्मा ,बजरंग सिंह राठौर,अंकुश कुमार यादव,एएनएम देवस्मिता, शालिनीकुमारी,किरणलता,सुचिता सिंह ,शशिकला,राजकुमार , मिलन सिंह ने सहयोग किया।

  • मुनिराज की सलाह, डॉक्टर्स दवा संग दें दुआ भी



    तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के ऑडी में मेडिकल के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने प्रवर्तक श्री 108 सहज सागर जी मुनिराज एवं निर्यापक मुनि 108 श्री नवपदमसागर जी मुनिराज से बारी-बारी से लिया मंगल आशीर्वाद



    तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के ऑडी में मेडिकल के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने परम पूज्य आचार्य श्री प्रसन्नसागर महाराज जी के संघस्थ प्रवर्तक श्री 108 सहज सागर जी मुनिराज एवं निर्यापक मुनि 108 श्री नवपदमसागर जी मुनिराज से बारी-बारी से मंगल आशीर्वाद लिया। मुनिश्री सहज सागर जी ने अपने सारगर्भित संबोधन में कहा, डॉक्टर्स को अपने मरीजों को दवा के संग-संग दुआएं भी देनी चाहिए, क्योंकि चिकित्सा के संग अध्यात्मिकता को जोड़ देने से कोई भी रोग ठीक किया जा सकता है। इससे पूर्व मुनिश्री ने मेडिकल कॉलेज का भ्रमण किया। इस दौरान उनकी व्हाइट अप्रैन की पुरानी यादें ताजा हो गईं। उल्लेखनीय है, उन्होंने 1975 में लखनऊ मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस हैं। 2022 तक उन्होंने मैनपुरी में प्रैक्टिस की है। मुनिश्री मेडिकल साइंस में जैन आदर्शों के उपयोग पर मेडिकल स्टुडेंट्स को मंगलाशीर्वाद दे रहे थे। इस मौके पर कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, फर्स्ट लेडी श्रीमती वीना जैन, श्रीमती ऋचा जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन, मेंबर ऑफ गवर्निंग बॉडी श्रीमती जाहन्वी जैन, श्रीमती नीलिमा जैन, डॉ. कल्पना जैन, डीन मेडिकल एकेडमिक्स प्रो. एसके जैन आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही। संचालन चीफ वॉर्डन श्री विपिन जैन ने किया। 



    डेढ घंटे के मंगलाशीर्वाद कार्यक्रम में मुनिराज ने मेडिकल स्टुडेंट्स से कहा, पॉजिटिव ओरा बढ़ाने के लिए कोरे कागज पर केसर से स्वास्तिक और श्री बनाएं और स्टडी टेबल के सामने लगा लें। इससे सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी। दो हजार साल पहले मानव के आहार संबंधी आदतों जैसे- नियमित उपवास, जंक फूड से न खाना, सूर्यास्त से पूर्व आहार लेना, समय पर नींद लेना आदि अपनाने से बीमारियां कंट्रोल में थीं, लेकिन अब खानपान और दिनचर्या बिगड़ने से बीमारियां असीमित हो गई हैं। उन्होंने भक्तांबर पाठ की विशेषताओं पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। अपने अनुभवों को साझा करते हुए बोले, भक्तांबर पाठ से डिप्रेशन, एंजाइटी आदि कंट्रोल रहती हैं। कार्यक्रम में एमबीबीएस के स्टुडेंट्स शामिल हुए। दूसरी ओर जिनालय में अभिषेक और शांतिधारा करने का सिलसिला जारी है। संत भवन में श्रीसंतों के प्रवचन के संग-संग गुरू भक्ति की बयार बह रही है। चांसलर परिवार मुनिराज और आर्यिकाओं के आहारों का साक्षी रहा और पुण्य लाभ कमाया। इस मौके पर डॉ. करुणा जैन, प्रो. रवि जैन, डॉ. आशीष सिंघई, श्रीमती अंजलि सिंघई के अलावा डॉ. अर्चना जैन, श्रीमती अहिंसा जैन आदि शामिल रहे।

  • दहेज निषेध कानूनों को मिलेगी सामाजिक चेतना से धार


    तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के विधि संकाय की ओर से भारत में दहेज निषेध कानूनों के सामाजिक प्रभावः विकसित भारत @2047 की ओर एक कदम पर दो दिनी नेशनल कॉन्फ्रेंस का शुभारम्भ


    ख़ास बातें
    दहेज प्रथा का सबब भौतिकवादी मानसिकताः डॉ. व्यस्त
    प्रो. अमित सिंह बोले, दहेज प्रथा सोशियो लीगल प्रॉब्लम
    नो डॉरी, नो कॉम्प्रोमाइज, ऑनली इक्विलिटी: प्रो. मंजुला जैन
    टीएमयू के वीसी ने दिया जानो, समझो ओर सीखो का मंत्र
    सभ्य समाज वही, जो कमजोर वर्ग को न्याय देः प्रो. हरबंश दीक्षित


    उत्तर प्रदेश विधान परिषद में बरेली-मुरादाबाद परिक्षेत्र के सदस्य डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त बोले, भौतिकवादी मानसिकता के चलते ही दहेज का दानव समाज को लील रहा है। संयुक्त परिवार के अभाव में हमारी जरूरतों में बड़ा बदलाव आया है। आधी सदी पहले उपहार में रेडियो, साइकिल और घड़ी ही पर्याप्त होते थे। यह दबाव का नहीं, बल्कि स्वभाव का विषय था। भौतिकवाद के चलते नैतिक मूल्यों और संस्कारों का पतन हुआ है। दहेज सरीखी बीमारी समाज की ही देन है और समाज में ही इसका समाधान है। कानून तो इसे रोकने का एक टूल मात्र है। हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा। डॉ. व्यस्त तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के विधि संकाय की ओर से भारत में दहेज निषेध कानूनों के सामाजिक प्रभावः विकसित भारत @2047 की ओर एक कदम पर दो दिनी नेशनल कॉन्फ्रेंस के शुभारम्भ मौके पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पूर्व मुख्य अतिथि डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, मुख्य वक्ता प्रो. अमित सिंह, टीएमयू के वीसी प्रो. वीके जैन, डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, लॉ के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके ऑडी में नेशनल कॉन्फ्रेंस का शंखनाद किया। मुख्य अतिथि डॉ. जयपाल सिंह ने विधि के छात्रों से आहवान किया, वे दहेज दानव से मुक्ति का संकल्प लें। संस्कारों का जिक्र करते हुए बोले, मौजूदा वक्त में संस्कार प्रायः लुप्त हो गए हैं। उन्होंने रामायण के महत्वपूर्ण पात्र कौशल्या का उदाहरण देते हुए कहा, हमें कौशल्या के संस्कारों को आत्मसात करना चाहिए। फर्स्ट डे के तकनीकी सत्र में रिसर्च पेपर्स और पोस्टर्स प्रजेंटेशन किए जा रहे हैं। कॉन्फ्रेंस में कुल 300 रिसर्च पेपर्स और पोस्टर्स प्राप्त हुए हैं।

    महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली में फैकल्टी ऑफ लीगल स्टडीज के डीन प्रो. अमित सिंह बतौर मुख्य वक्ता बोले, इस तरह के कानून की सफलता के लिए समाज की स्वीकार्यता जरूरी है। 1961 में पारित दहेज एक्ट आज भी सवालिया घेरे में सिर्फ इसीलिए है, क्योंकि समाज ने इसे दिल से स्वीकार नहीं किया है। यह कानूनविदों के लिए मंथन का विषय है। एनसीआरबी की रिपार्ट साझा करते हुए बोले, देश में आज भी हर 75 मिनट में एक महिला दहेज हत्या की शिकार होती है। प्रो. सिंह ने दहेज निषेध कानून के साथ-साथ भारतीय न्याय संहिता पर भी विस्तार से चर्चा की। बोले, संसद ने भारतीय न्याय संहिता में दहेज के मामलों को लेकर कानून को और सख्त बनाया है। समाज से दहेज की कुरीतियों को मिटाने के लिए उन्होंने महिला शिक्षा, महिलाओं की व्यापार एवम् अन्य कार्यक्षेत्रों में सहभागिता, महिलाओं के व्यक्तिगत विकास, अर्थिक विकास को महत्वूर्ण बताया। वह बोले, इन सबसे ही महिलाओं के अंदर निर्णय लेने की क्षमता विकसित होगी और इसी निर्णय क्षमता के बल पर वे दहेज प्रथा का दमन कर सकती हैं। देश के जिन क्षेत्रों में मातृ शक्ति को माना जाता है, उन क्षेत्रों में दहेज का प्रचलन न के बराबर है। कानून की ओर से दहेज को खत्म करने की पूरी तैयारी है, लेकिन समाज को इसके खात्में का संकल्प लेना होगा।

    टीएमयू के वीसी प्रो. वीके जैन बोले, केवल महिलाओं की शिक्षा से ही नहीं, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण से दहेज प्रथा पर वार किया जा सकता है। स्टुडेंट्स से बोले, सिर्फ किताबों से ज्ञान लेना नहीं है, बल्कि उस ज्ञान को आत्मसात करना जरूरी है। इसके लिए उन्होंने जेएसके- जानो, समझो ओर सीखो का मंत्र दिया। डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन नारी सशक्तिकरण की पुरजोर वकालत करते हुए बोलीं, समाज की उन्नति और खुशहाली के लिए नारी का सम्मान आवश्यक है। दहेज को आंतरिक आतंकवाद की संज्ञा देते हुए बोलीं, हम बाहरी आतंकवाद से लड़ने में तो सक्षम हैं, लेकिन इस आंतरिक आतंकवाद से लड़ना हमारे लिए चुनौती है। अंत में बोलीं, नो डॉरी, नो कॉम्प्रोमाइज, ऑनली इक्विलिटी। टीएमयू विधि संकाय के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित ने कहा, समाज के कमजोर वर्ग को सुरक्षा की आवश्यकता होती है। एक सभ्य समाज वही है, जो अपने कमजोर वर्ग के लोगों को सुरक्षा और न्याय प्रदान कर सके। प्रो. दीक्षित बोले, इन कानूनों के बूते दहेज की घटनाओं पर अंकुश लगा है। इसके साथ यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि इन कानूनों का दुरुपयोग न हो। कॉन्फ्रेंस में डीयू से प्रो. निधि सक्सेना, ग्वालियर से श्री अक्षय भार्गव, नैनीताल हाईकोर्ट के अधिवक्ता श्री पूरन सिंह रावत, डॉ. विनीता जैन, डॉ. अमित वर्मा, प्रो. मनीष यादव, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. सुशीम शुक्ला, डॉ. डालचन्द, डॉ. कृष्ण मोहन मालवीय, श्री योगेश चन्द्र गुप्ता, श्री सौरभ बटार, श्री विश्नानंद दुबे, श्री रविन्द्र शर्मा, डॉ. नम्रता जैन के संग-संग विधि के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन डॉ. माधव शर्मा ने किया।

  • ग्राम बैजनाथ में लड़का लड़की ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, क्षेत्र में फैली सनसनी*


    ब्यूरो चीफ़ सोनभद्र/ दैनिक समाज जागरण।

    सोनभद्र। जनपद सोनभद्र के थाना रामपुर बरकोनिया के ग्राम बैजनाथ के चौकीदार द्वारा सूचना दी गई कि ग्राम बैजनाथ से 2-3 किलोमीटर दूर तेनुई नाला पानी के जंगल में एक अज्ञात लड़का व एक अज्ञात लड़की के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कि है। दोनों का शव बरगद के पेड़ से लटका हुआ है। सूचना मिलने पर थाना रामपुर बरकोनिया पुलिस एवं उच्चाधिकारीगण मौके पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक सोनभद्र द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण एवं पूछताछ किया गया है। फॉरेंसिक टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर साक्ष्य एकत्र किए गए है। प्रथम दृष्टया देखने से प्रतीत हो रहा है कि प्रकरण आत्महत्या का है। दोनो शवों के शिनाख्त हेतु प्रयास किया गया तो मृतक लड़के की पहचान दशरथ पुत्र देव नारायण गोंड उम्र लगभग 17 वर्ष निवासी मुरैला थाना रामपुर बरकोनिया जनपद सोनभद्र एवं मृतका लड़की की पहचान चिन्ता पुत्री रामचन्द्र गोंड़ उम्र लगभग 15 वर्ष निवासिनी मुरैला थाना रामपुर बरकोनिया जनपद सोनभद्र के रूप में हुई है। दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं। आपस में प्रेम करते थे तथा शादी करना चाहते थे। दोनों के परिजन मौके पर मौजूद हैं। थाना रामपुर बरकोनिया पुलिस द्वारा दोनों शवो का पंचायतनामा भरकर अग्रेतर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।