रंजीत बाबू राजकीय सम्मान के हकदार थे- डॉ विवेकानंद मिश्रा

दैनिक समाज जागरण
विश्वनाथ आनंद
गया( मगध बिहार)- रंजीत बाबू राजकीय सम्मान के हकदार थे . उक्त बातें विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े कौटिल्य मंच एवं भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के राष्ट्रीय महासचिव डॉ विवेकानंद मिश्र ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहीं . उन्होंने उक्त प्रतिक्रिया रंजीत बाबू के निधन पर दी है. उन्होंने आगे कहा कि रंजीत बाबू वरिष्ठ अधिवक्ता ,सांसद, गया नगर निगम के अध्यक्ष, विधायक व बिहार सरकार के मंत्री रहे .जिन्होंने अपनी संपूर्ण जीवन को जनहित में समर्पित कर दिया था . उन्होंने आगे कहा कि विगत 28 फरवरी को उनका अंतिम संस्कार गया श्मशान घाट पर किया गया। उस मौके पर राजकीय सम्मान के साथ अन्त्येष्ठि क्रिया न किए जाने पर आम लोगों में व्यापक चर्चा का विषय बना रहा . स्थानीय लोगों ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की गई,क्योंकि रंजीत बाबू ने अपनी संपूर्ण जीवन को जनहित में समर्पित कर दिया था। रंजीत बाबू का प्रारंभिक जीवन से मृत्यु पर्यंत लंबी जीवन का इतिहास निष्ठा पूर्वक जनसेवा के लिए समर्पित रहा है . वकालत की उपाधि प्राप्त करने के बाद उन्होंने न्याय से वंचित उपेक्षित प्रताड़ित जनों के प्रवक्ता माने जाते थे. नगर निगम के अध्यक्ष चुने जाने पर भी अपने अधिकार का उपयोग इमानदारी से विकास कार्यों मे किया .कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सांसद एवं बिहार के मंत्री पद पर रहने के बाद भी जनता के प्रति उनकी निष्ठा और सेवा में कोई बदलाव नहीं आया . अपने सेवा से जनप्रिय नेता के रूप में छवि बनाने वाले सरल मृदुभाषी, निर्विवाद नेता थे.उपरोक्त संगठनों से जुड़े बड़ी संख्या में लोगों ने रंजीत बाबू के निधन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है उनके निधन से समाज को भारी क्षति हुई है, और निकट भविष्य में कोई ऐसा नेता नजर नहीं आता ,जो उनकी तरह निष्ठा पूर्वक जन सेवा में समर्पित हो. जिन प्रमुख लोगों ने ऐसी प्रतिक्रिया दी है जिनमेंभारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा कौटिल्य मंच के संरक्षक बिहार के जाने-माने साहित्यकार आचार्य राधा मोहन मिश्र माधव, शिवचरण बाबू डालमिया, डॉक्टर बीएन पांडे, आचार्य अरुण मिश्र शास्त्री, प्रोफ़ेसर उमेश चंद्र मिश्र, शिव डॉक्ट रामसिहासन सिह, राघवेंद्र नारायण मिश्रा, पंडित निशीकांत मिश्रा, देवेंद्र नाथ मिश्रा, डॉ प्रमोद कुमार मिश्रा, गजाधर लाल पाठक, केशव लाल, भैया विजय बाबू गायब, रवि भूषण पाठक, नीलम पासवान, कविता राऊत , पूजा कुमारी, डॉक्टर मंटू मिश्रा ,विश्वजीत चक्रवर्ती, रंजना पांडे, पवन मिश्रा, रंजीत पाठक, रवि भूषण पाठक, प्रोफेसर रीना सिंह ,फूल कुमारी यादव, रघुवंश नारायण सिंह ,वैष्णवी मांडवी ,गुर्दा तारा चक्रवर्ती, सुरेश राम ,डोमन प्रसाद, कांति देवी ,पार्वती देवी, डॉक्टर पूजा कुमारी, पुष्पा गुप्ता का नाम मुख्य रूप से शामिल है .