रुपया डबल करने वालो के समर्थन में सैकड़ों लोगों ने निकाली बाइक रैली



(शिवशंकर पाण्डेय जिला ब्यूरो)


बालाघाट। पुलिस ने रुपया डबल करने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपियों को पिछले दिनों गिरफ्तार किया था। शुक्रवार को आरोपियों के समर्थकों ने बालाघाट शहर के अम्बेडकर चौक पर चक्काजाम किया। सैकड़ों की संख्या में समर्थक लांजी और किरनापुर से बाइक रैली लेकर बालाघाट पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने सभी को अंबेडकर चौक पर ही रोक लिया। जिसके बाद समर्थकों ने चौक पर ही प्रदर्शन शुरू कर दिया।पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर के खिलाफ नारेबाजी किया।

सैकड़ों की संख्या में बाइक रैली

आखिर आरोपियों के पक्ष में जनता बार बार प्रदर्शन और नारेबाजी क्यों कर रही है।इसका सीधा सा अर्थ है जो धोखेबाज कई करोड़ डकार गए है उनके लिए लाख पचास हजार खर्च कर ऐसे लोगो को खड़ा करना कोई मुश्किल काम नहीं है।इनका मकसद जनता की सहानुभूति लेने व प्रशासन के ऊपर दबाव डालने के अलावा और कुछ नही है।आरोपी बहुत शातिर है जो अपने एजेंटों के माध्यम से यह सब करवा रहे हैं।जिसके लिए प्रशासन इनके ऊपर सख्त कार्यवाही करें ताकि भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी करने वाले सौ बार सोचे।दरअसल कम समय में रुपए दोगुने करने का खेल करने पर बालाघाट पुलिस ने लांजी और किरनापुर के अलग-अलग ठिकानों पर दबिश देकर 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इनके पास से 10 करोड़ रुपए नगद, 16 मोबाइल और अहम दस्तावेजों बरामद किए थे। बुधवार को 11 में से 8 आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। मुख्य आरोपी सोमेंद्र कंकरायने, हेमराज आमाडारे और अजय तिड़के के समर्थकों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया।हालांकि प्रदर्शनकारियो को पुलिस ने अम्बेडकर चौक पर ही रोक लिया जिससे बाइक सवारों ने चौक से ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दिया।
लांजी और किरनापुर क्षेत्र में पैसे डबल करने के खेल में लिप्त मुख्य आरोपियों ने क्षेत्र के लोगों के पैसे दो से तीन गुना किए हैं।यह सच भी है और यह भी सच है कि बहुतों का रुपया डूबा भी है जो खुलकर सामने नही आ रहे है जिसका कारण बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपियों के एजेंटों के द्वारा लोगो को धमकी देना बताया जा रहा है। समर्थकों का कहना है कि इन लोगों ने कम समय और कानूनी तरीके से हमारे पैसे दोगुने किए है। जिससे हमारी आर्थिक स्थिति सुधरी है ऐसे लोगो को बेवजह जेल भेजना कहां का न्याय है।हालांकि यह बात वे लोग कर रहे है जो कहीं न कहीं आरोपियों के कारोबार से संबंध रखते हैं।पुलिस प्रशासन बार बार अपील करता है कि जनता ऐसे धोखाधड़ी करने वालो के पास अपने खून पसीने की कमाई को जमा न करें।ऐसे लोग जनता का विश्वास जीतने के लिए कुछ दिन तो रुपया डबल कर देते है उसके बाद रफूचक्कर हो जाते है जो पुलिस के लिए सिरदर्द बन जाते है।