फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद ने दावा किया कि उन्हें दिवाली की पूर्व संध्या पर अयोध्या में आयोजित भव्य ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया, जिसके बाद भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। अयोध्या फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जिसका प्रतिनिधित्व वर्तमान में अवधेश प्रसाद करते हैं। प्रसाद ने दावा किया कि उन्हें वार्षिक कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया, क्योंकि भाजपा को डर था कि अगर वे कार्यक्रम में शामिल होते तो वे आकर्षण का केंद्र बन जाते।
उन्होंने कहा, “मुझे बताया गया कि केवल उन्हीं लोगों को अनुमति दी जाएगी, जिनके पास पास, कार्ड और आमंत्रण पत्र होंगे। मेरे पास कोई अनुमति पत्र या आमंत्रण पत्र नहीं था, आमंत्रण पत्र तो दूर की बात है। व्यवस्था ऐसी थी कि भाजपा के अधिकांश लोग ही जाएंगे। गरीबों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी, जिन्हें जाने की अनुमति नहीं है और हम आम लोगों से जुड़े हुए हैं।”
अवधेश प्रसाद ने इस साल लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को हराकर फैजाबाद सीट जीती थी। उनकी जीत भाजपा के लिए एक झटका थी, जो राम मंदिर की लहर पर सवार होकर सीट जीतने के बारे में आश्वस्त थी। प्रसाद ने जोर देकर कहा कि फैजाबाद में उनकी जीत ने यह साबित कर दिया है कि इस देश में धर्म की राजनीति काम नहीं करेगी। उन्होंने भाजपा पर देश को धार्मिक आधार पर बांटने का आरोप लगाया और कहा कि त्यौहार सभी के होते हैं, किसी एक व्यक्ति या पार्टी के नहीं।