समर्पण” सुशीला सेवा संस्थान मस्तूरी के द्वारा गुरु शिष्य मिलन एवं सम्मान समारोह किया आयोजित



समाज जागरण संवाददाता विवेक देशमुख

मस्तूरी। गुरु की महिमा का जितना भी व्याख्यान किया जाये कम लगता है एवं उनके द्वारा दिये गये ज्ञान रूपी शिक्षा के कर्ज को चुका पाना किसी भी शिष्य के लिए किसी भी हाल मे सम्भव नही है, परन्तु वर्षों की उनकी तपस्या को अगर एक छोटे से आयोजन के माध्यम से बुलाकर पुराने सभी शैक्षणिक पलों को याद करते हुए शिष्य के द्वारा चरण स्पर्श कर प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया जाना निश्चित रूप से गुरु शिष्य के परस्पर लगाव,अनूठे प्रेम व शिष्यधर्मिता को प्रदर्शित करता है । इसी नवीन आयोजन को शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर “समर्पण” सुशीला सेवा संस्थान मस्तुरी ने गुरु शिष्य मिलन एवं सम्मान समारोह के रूप मे आयोजित कर एक नया पहल किया । समर्पण सुशीला सेवा संस्थान मस्तूरी एक पंजीकृत संस्था है जो बिलासपुर संभाग स्तर पर पंजीकृत है ।इस संस्था के संरक्षक श्री बी एल श्रीवास ,अध्यक्ष श्री रवि शंकर श्रीवास, उपाध्यक्ष श्री अशोक श्रीवास ,सचिव श्री गिरिजा शंकर श्रीवास, कोषाध्यक्ष श्री संजय कुमार साहू, एवं सदस्यगण संजय गुप्ता,हितेंद्र श्रीवास, तरुण कुमार ,पंकज महार है । इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मे विश्राम प्रसाद जगत एवं विशिष्ट अतिथि के रूप मे राजकुमार मिश्रा,कन्हैयालाल श्रीवास एवं अवधेश कुमार नापित उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम के सूत्रधार ,संरक्षक बट्टूलाल श्रीवास जो स्वयं गणित के शिक्षक रहे हैं और जिन्होंने अपने कार्यकाल मे हजारों बच्चों को पढ़ाकर उनका भविष्य बनाया प्रेरणा श्रोत के रूप मे कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
मां वीणापाणी के श्रीचरणों मे दीप प्रज्वलित कर वंदना करते हुए कार्यक्रम का आगाज किया गया । अध्यक्षता रामकिशुन राठौर ने की एवं इंजी. रमाकांत श्रीवास के द्वारा बहुत ही सुंदर ढंग से मंच संचालन किया गया । कार्यक्रम मे संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा बारी बारी से उपस्थित सभी विशिष्ट शिक्षकों का चरण स्पर्श करते हुए तिलक लगाकर पुष्पमाला, पहनाकर स्वागत किया गया एवं प्रतीक चिन्ह,
प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया, गुरुजनों को आशीष स्वरूप उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया गया जिनमे सभी शिक्षकों ने उनके भी गुरु एवं शिष्य को स्मरण कर कार्यक्रम की सराहना करते हुए गीत,कविता एवं आशीर्वचन प्रदान करते हुए अपनी अपनी बात रखी , जहाँ शिक्षकगण एवं अन्य गणमान्य नागरिक एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे ,जिनमे सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी, ओमप्रकाश ठाकुर,नकुल प्रसाद केशरवानी,सुनील कुमार चौधरी,तिहारु लाल कैवर्त,
रामेश्वर प्रसाद राठौर,शिवकुमार श्रीवास , देवेन्द्र सिंह क्षत्री, नवल किशोर यादव,छेदीलाल श्रीवास,डा.हितेंद्र श्रीवास,संतोष श्रीवास,अशोक श्रीवास,श्याम कार्तिक श्रीवास,अश्वनी श्रीवास,रामरतन श्रीवास,संतोष कुमार श्रीवास (बुड़ेना) गिरिजा शंकर श्रीवास,तरुण कुमार श्रीवास ,गोविंद राठौर एवं रवि शंकर श्रीवास उपस्थित रहे । अंत मे विशिष्ट अतिथि एवं मार्गदर्शक अवधेश कुमार नापित जी के द्वारा आभार प्रदर्शित कर कार्यक्रम समापन की घोषणा की गयी ।