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दैनिक समाज जागरण
ब्यूरो:-रिपोर्ट
बांका:- कटोरिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत भोरसार भेलवा वार्ड नं.16 अवस्थित शिक्षा की मंदिर कहे जाने वाली प्रोन्नत मध्य विद्यालय(उर्दू) शिकटिया में अजीबो-गरीब दिल को झकझोर देने वाली बात सामने आई है। बता दें कि उक्त विद्यालय में पांच शिक्षक पदस्थापित हैं। जहां स्कूल खुलने की समय-सीमा साढ़े नौ बजे करीब है, जहां देखा गया कि दिन के 11:30 बजे मात्र एक शिक्षक पहुंचा था वो भी स्कूल परिसर के बाहर खड़े होकर तमाशाबीन बना हुआ था, जबकि अन्य चार अब तक नदारद थे। ज्ञात हो उक्त स्कूल में लगभग 235 विद्यार्थियों का भविष्य नामांकित है। लेकिन अध्यापकों की मनमानी के चलते स्कूल में एक भी विद्यार्थी उपस्थित नहीं था। जिसे लेकर गांव के लोग शिक्षकों की रवैया से तंग आकर विवश में संदर्भित पदाधिकारी एवं जिला अधिकारी को मीडिया के माध्यम से ऐसे वेहयात शिक्षकों के प्रति कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
वहीं प्रेस वार्ता में गांव के वार्ड सदस्य सद्दाम अंसारी का कहना है कि आए दिन शिक्षकों का यही रवैया है जो कभी भी ससमय स्कूल में उपस्थित नहीं होने के कारण बच्चे स्कूल में पढ़ने नहीं आते हैं। वहीं लोगों ने बताया कि इस स्कूल में पदस्थापित सभी शिक्षक गण देर व देर पहूंचते भी हैं तो सिर्फ स्कूल में अपना समय को विता कर घर चले जाते हैं। वहीं पुछे जाने पर सहायक शिक्षक आचार्य आदित्य स्वराज महात्मा ने बताया कि आज स्कुल आने में विलम्ब हो गई है। बाकी शिक्षक आते ही होंगे। उन्होंने बताया कि दुर्भास से पता चला कि एक शिक्षक की गाड़ी का टायर पंचर हो गया है,बाकी शिक्षक आते ही होंगे यह बात कहकर अपना पल्ला झार दिया। जबकि 11:30 बजे तक स्कूल के सभी रूमों में ताला लगा हुआ देखा गया।
ग्रामीणों ने बताया कि मध्यान भोजन में भी गुणवत्तापूर्ण खाना नहीं दिया जाता है। ग्रामीणों में शिक्षकों की करतूतो पर काफी आक्रोश देखा गया। तथा लोगों ने विद्या की मंदिर की दुर्दशा पर तरस खाकर दुख भी जताया। बताते चलें कि सरकार की ओर से शिक्षा के प्रति बांका के जिला अधिकारी अंशुल कुमार काफी गंभीर है। बावजूद शिक्षकों की इस रवैए से सवालिया निशान लगा हुआ है। जिसके कारण पढ़ाई और स्कूलों का स्थिति को देखते हुए बच्चों में शिक्षा में काफी गिरावट आने संभावना जताई जा रही है।