
मेरठ स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सत्यजीत रे प्रेक्षागृह में आयोजित कलांजली उत्सव में दिल्ली से पधारे सुविख्यात सारंगी वादक उस्ताद कमाल साबरी ने अपने सुरों की सरिता से रसिकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर किया। इसी कड़ी में मंचकला विभाग के बच्चों ने सरस्वती वन्दना गाकर मां सरस्वती के चरणों में अपनी स्वरांजली अर्पित की।
कमाल साबरी ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत राग शुद्ध सारंग के आलाप से की इसके बाद आपके साथ संगत कर रहे शार्गिद मौ. समी ने राग किरवानी में तोरे बिना मोहे चैन नहीं बृज के लाला, मांड में थारो बिना म्हारा सूना घर आंगन और कुछ सूफियाना अंदाज की कई लोकप्रिय बंदिशों को गाया। जिसके साथ कमाल साबरी ने अपने कुशल सारंगी वादन की संगत के अंग को दिखाया। सारंगी पर शिष्य एजाज़ हुसैन ने और तबले पर फरदीन हुसैन ने संगत की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल राजेश त्यागी रहे। दर्शक दीर्घा में शहर के कई गणमान्य संगीतज्ञ उपस्थित रहे साथ हीं पूरा प्रेक्षागृह संगीत रसिकों से भरा हुआ रहा। कलाकारों का स्वागत स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र देकर डीन डॉ. पिन्टू मिश्रा ने किया। कलांजली उत्सव में कला साधकों को समर्पित विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित शोध पत्रिका आर्ट फेगरेंस की सातवीं कड़ी का विमोचन कमाल साबरी के हाथों से हुआ। इसी कड़ी में डॉ इन्द्रेश मिश्रा जी की पुस्तक का भी विमोचन हुआ। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्षा डॉ. भावना ग्रोवर ने किया। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी. के. थपलियाल ने इस सफल प्रस्तुति के लिए सभी को शुभकामनाएं दी। मंच का संचालन डॉ. श्वेता चौधरी ने किया। म्यूज़िक एवं प्रकाश पर अक्षय शर्मा एवं मंच सहयोग निशी चौहान और श्वेता सिंह रहे। तबले पर अभिषेक मिश्रा ने एवं हारमोनियम पर मेहराज खां रहे।