तहसील मधुसूदनगढ़ के ग्राम हिंगोना में संत रामपाल जी महाराज का सत्संग हुआ*

समाज जागरण
गुना – संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने रविवार को जिला स्तरीय सत्संग का आयोजन एलईडी टीवी के माध्यम से किया | आसपास के ग्रामों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सत्संग का लाभ उठाया | यह सत्संग कार्यक्रम दोपहर 12 से 3 बजे तक तहसील मधुसूदनगढ़ के ग्राम हिंगोना में किया गया |

संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग में बताया कि कबीर परमेश्वर जी कहते हैं, “संत शरण में आने से, आई टलै बला। जै भाग्य में सूली हो, कांटे में टल जाय।।” अर्थात सच्चे गुरू से दीक्षा लेने वाले भक्तो की परमात्मा रक्षा करता है। यदि पूर्व जन्म के पाप के कारण साधक को मौत की सजा यानि उसके भाग्य में सूली की पीड़ादायक मौत की सजा भी लिखी हो तो परमात्मा उस साधक के उस मृत्युदंड को समाप्त करके कुछ छोटा-मोटा दण्ड जैसे पैर में काँटा लगाकर टाल देता है। भयंकर दण्ड को नाममात्र के दण्ड में बदल देता है जो बहुत बड़ी परेशानी थी।
सत्संग में संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तकों का स्टॉल लगाया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आध्यात्मिक पुस्तकों को खरीदा। आध्यात्मिक पुस्तकों की बात की जाए तो ज्ञान गंगा, जीने की राह आदि पुस्तकें को बुक स्टॉल में लगाया गया था।

सत्संग में उपस्थित सेवादारों ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज जी का मुख्य उद्देश्य है समाज में फैल रहे पाखंडबाद को खत्म करना,दहेज रूपी राक्षस को खत्म करना, सभी प्रकार के नशे को दूर करना और सतभक्ति देकर मोक्ष प्रदान करना है