समाज जागरण रंजीत तिवारी
रामेश्वर (वाराणसी)
धूमधाम से होलिका दहन संपन्न हो गया। इस दौरान लोगों ने होलिका के साथ अपने अंदर की बुराइयों का भी दहन करने का संकल्प लिया। क्षेत्र के बरेमा , रामेश्वर,जग्गा पट्टी, खेवली, हरिहरपुर, जंसा सहित अन्य गांव में होलिका दहन की व्यवस्था की गई थी। लोगों ने यहां काफी मात्रा में लकड़ी एकत्रित किए थे। साथ ही घर-घर घूमकर लकड़ी और गोईठा भी मांगा था । जिससे एक स्थान पर रह कर गुरुवार की रात ११ बजे होलिका जलाई गई। विभिन्न स्थानों पर आयोजित होलिका दहन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
पूरे हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है होलिका दहन
लोगों में होलिका दहन को ले काफी उत्साह देखने को मिला। इसके साथ ही वाराणसी में 14 मार्च शुक्रवार को होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। डॉ शीतला प्रसाद त्रिपाठी (ज्योतिषाचार्य) ने बताया पौराणिक कथा के अनुसार हिरण्यकशिपु नामक राक्षस राज के पुत्र प्रहलाद भगवान श्री हरि के अनन्य भक्त थे। वह हमेशा भगवान की भक्ति में डूबे रहते थे मगर उनके पिता हिरण्यकशिपु को यह सब पसंद नहीं था इस कारण उन्होंने अपनी बहन होलिका को प्रहलाद को लेकर आग में बैठने का आदेश दिया था ।