समाज जागरण पटना जिला संवाददाता:- वेद प्रकाश
पटना/ बिहार के वैशाली जिले में अपराधियों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में नगर थाना क्षेत्र के हथसारगंज स्थित निषाद गली में एक गंभीर आपराधिक घटना घटी, जिसने व्यापारियों में भय और आक्रोश को जन्म दिया। रविवार देर रात बाइक सवार बदमाशों ने तेल और डालडा के थोक विक्रेता गोपाल कृष्ण और उनके कर्मचारी अजय कुमार को लूट का विरोध करने पर गोली मार दी। इस हमले में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इस घटना से आक्रोशित स्थानीय व्यापारियों ने सोमवार को अपनी दुकानें बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। गुदरी बाजार के व्यापारियों ने न केवल बाजार बंद रखा, बल्कि सड़क पर आगजनी कर यातायात भी बाधित कर दिया। उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग उठाई। प्रदर्शनकारी व्यापारियों का कहना था कि इलाके में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन पुलिस सुरक्षा के दावों के बावजूद अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन अपराधियों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है। आए दिन लूटपाट और गोलीबारी की घटनाएं हो रही हैं, जिससे व्यापारी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और बाजार क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए, ताकि वे बिना डर के अपना व्यवसाय कर सकें।
व्यापारियों के उग्र प्रदर्शन की सूचना मिलते ही नगर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने व्यापारियों को समझाने की कोशिश की और आश्वासन दिया कि 48 घंटे के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि गुदरी बाजार में पुलिस गश्ती बढ़ाई जाएगी, विशेषकर रात के समय जब दुकानें बंद होती हैं, ताकि व्यापारियों को सुरक्षा का एहसास हो। थाना अध्यक्ष ने व्यापारियों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके आश्वासन के बाद व्यापारियों ने सड़क जाम समाप्त किया और बाजार में स्थिति सामान्य होने लगी। हालांकि पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने का वादा किया है, लेकिन व्यापारियों में अब भी डर बना हुआ है। उनका कहना है कि जब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते, तब तक वे पूरी तरह से निश्चिंत नहीं हो सकते। इस घटना ने न केवल वैशाली के व्यापारियों को बल्कि पूरे जिले के लोगों को चिंता में डाल दिया है। अब देखना यह होगा कि पुलिस अपने वादे पर कितना अमल करती है और कितनी जल्दी अपराधियों को पकड़कर व्यापारियों का विश्वास बहाल कर पाती है।