नदी नाला और जलीय स्रोतों का अतिक्रमण रोके जिला प्रशासन, नहीं तो होगा उग्र आंदोलन ।

मनोज कुमार
संवादाता हजारीबाग।

अतिक्रमण पर नहीं किया गया काबू तो जाएंगे हाई कोर्ट_ सुरजीत नागवाला
झारखंड कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के स्टेट कोऑर्डिनेटर सुरजीत नागवाला ने हजारीबाग में हो रहे जलीय स्रोतों का अतिक्रमण, सरकारी जमीन पर हो रहे अतिक्रमण के खिलाफ सूबे के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी को पत्र लिखा है साथ ही साथ इसकी कॉपी जिला की डीसी, अपर समाहर्ता हजारीबाग, अंचल अधिकारी सदर ,हजारीबाग को भी दिया है और कहा है कि हजारीबाग में नदी नाला और तालाब का जिस तरह तेजी से अतिक्रमण हो रहा है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है, चाहे वह विकास नगर का नाला हो, बुंदेल नगर का नाला हो, कृष्णपुरी तालाब हो, साकेत पुरी तालाब हो, कुम्हार टोली नाला हो, साथ ही साथ जितने भी सरकारी जमीन है सभी जगह पर अतिक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और माफियाओं का मनोबल बढ़ा हुआ है विदित हो की बुंदेल नगर और विकास नगर का नाला हजारीबाग समाहरणालय के सामने पड़ता है और प्रशासन के नाक के नीचे लगातार दर्जनों मकान बनाए जा रहे हैं ,जहां एक और माननीय न्यायालय का आदेश है की जलीय स्त्रोत का अतिक्रमण नहीं किया जाए वही हजारीबाग में तेजी से जमीन का अतिक्रमण किया जा रहा है और नदी नाला और तालाब को भरा जा रहा है। इसी मामले को लेकर पूर्व में भी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का आयोजन किया गया था जिसके पश्चात जिला प्रशासन ने कहा था कि जल्द ही इस पर कार्रवाई होगी लेकिन आज पिछले दो वर्षों में कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे भूमाफियाओं का मनोबल और आसमान की तरफ चढ़ता जा रहा है, एक ओर जहां जलीय स्त्रोत का अतिक्रमण से वाटर लेवल नीचे हो रहा है वहीं दूसरे और थोड़ा सा भी बरसात होने पर पानी लोगों के घरों में घुस जाता है और स्थिति नारकीय हो जाती है। जहां एक और जिला प्रशासन छोटे-छोटे फुटपाथ दुकानदारों को हटा करके अतिक्रमण हटाने की बात कहती है , वहीं दूसरी ओर इन बड़े भूमाफियाओं को कहीं ना कहीं से संरक्षण प्राप्त होता है और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है।इसलिए सभी तमाम पदाधिकारी लोगों को पत्र लिखकर आग्रह किया गया है कि अगर इस पर कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के लोग बहुत ही उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी।