दैनिक समाज जागरण
विश्व नाथ त्रिपाठी
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने कल देर सायंकाल कैम्प कार्यालय सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने पिछली बैठक के अनुपालन में की गयी कार्यवाही के सम्बन्ध में जानकारी ली। जन्म-मृत्यु पंजीकरण की समीक्षा की गयी जिसमें पाया गया कि नोडल सुनील श्रीवास्तव द्वारा न ही सीएचसी/पीएचसी पर कोई बैठक आयोजित की गयी और न ही जन्म-मृत्यु पंजीकरण के सम्बन्ध में स्पष्ट जानकारी दे पाये जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगायी और चेतावनी देते हुये निर्देशित किया कि अपने कार्यो में किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं उदासीनता न बरती जाये और सीएमओ को निर्देशित किया गया कि जन्म मृत्यु पंजीकरण की समीक्षा कर अवगत करायें। जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा में जिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर डीपीएम ने गलत सूचना प्रस्तुत की जिस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुये भविष्य के लिये सचेत किया कि यदि पुनः ऐसा पाया जायेगा तो कार्रवाई की जायेगी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्व में निर्देश दिये गये थे कि बैठक में पूरी तैयारी के साथ प्रतिभाग करें परन्तु वर्तमान बैठक में कुछ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पूरी तैयारी के साथ आये थे और कुछ अधिकारी पूरी तैयारी के साथ नही थे जिस पर सम्बन्धित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मौखिक चेतावनी दी गयी। डीएम ने समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि 01 अप्रैल से जिन आशाओं द्वारा एक भी प्रसव नही कराया गया है उनकी सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाये। प्रसव के लाभार्थियों से उसी दौरान जो भी महत्वपूर्ण कागजात है उसे ले लिया जाये और समय से भुगतान की कार्यवाही की जाये। आशाओं द्वारा यदि प्रसव घर पर कराने के दौरान यदि किसी महिला की मृत्यु हो गयी है तो सम्बन्धित आशा की जिम्मेदारी तय कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। जननी सुरक्षा योजना से सम्बन्धित जो भी प्रकरण है उसे सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारी को भेजकर कार्यवाही की जाये। जिलाधिकारी ने समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि मातृ मृत्यु एवं निगरानी रिपोर्ट लेकर बैठक में सम्मिलित हो।
बैठक में जिलाधिकारी ने नियमित टीकाकरण, आरसीएच, ई-कवच, आभा आईडी, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, एफआरयू, आयुष्मान आरोग्य मंदिर सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओ की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। अन्त में जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को महाकुम्भ-2025 को सकुशल सम्पन्न कराने के लिये बधाई दी और कहा कि आगामी गर्मी के दृष्टिगत समस्त अस्पतालों में छाया, पानी, बिजली आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करा ली जाये जिससे किसी भी मरीज को समस्या का समाधान न करना पड़े। समस्त सीएचसी/पीएचसी पर दवाओं की उपलब्धता शत् प्रतिशत रहे, जितने भी उपकरण खराब है उन्हें समयबद्ध तरीके से ठीक करा लिया जाये। उन्होने निर्देशित किया कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति के दृष्टिगत टेण्डर के प्रक्रिया की कार्यवाही समयबद्ध तरीके से कराना सुनिश्चित करें। बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य सेवाओं तथा जनता से जुड़ी योजनाओं का बेहतर तरीके से संचालन करें, स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने-अपने कार्यो एवं दायित्वों के प्रति सजग रहे, दी गयी जिम्मेदारियों का शत् प्रतिशत निर्वहन करें, लापरवाही कदापि न बरते। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा0 दिव्या मिश्रा, मुख्य राजस्व अधिकारी अजय कुमार तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ए0एन0 प्रसाद, सहित सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।