पाली नगर से बना रखी है दूरियां , मुख्य अतिथि होने पर भी नहीं पहुंचती कार्य क्रमों में
बिरसिंहपुर पाली— मानपुर विधान सभा क्षेत्र की लोक प्रिय विधायक सुश्री मीना सिंह पाली नगर के सर्व जनिक कार्य क्रमों से दूरिया बना रखी है ।पाली नगर के शासकीय कार्य क्रमों में उनका न उपस्थित रहना नगर में चर्चा का बिषय बना हुआ है । पिछले दिनों मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से लेकर पाली नगर के ऐतिहासिक मेला शुभारंभ और डॉ भीमराव राम जी अम्बेडकर जी के मूर्ति अनावरण के अवसर पर उनका न पहुंचना लोगों को अखरने लगा है । जबकि भाजपा और परिषद की अध्यक्ष उनके अनुपस्थिति में भी उनके तारीफ के पुल बांध रखी है । माननीय विधायक जी के न पहुंचने का कारण तो साफ तौर पर पता नहीं है, फिर भी उनके काम करने के पुराने जो पैमाने देखें गये है उस आधार पर कयासों का बाजार गर्म है कि उनका पाली नगर से उनकी दूरियां कमोवेश हरदम बनी रहती है । नगरपालिका के चुनाव में सक्रिय हो कर अपनी परिषद बनाने के बाद वह नगर से उनकी दूरियां बनाने का सुनहरा इतिहास बन चुकी है ।अध्यक्ष बनाने के बाद वह उनसे अलग ही रहकर काम करने की आदी हैं न पाली नगर से कुछ लेना और न कुछ देना ।गत वर्षों में जब भाजपा के ही नागेश्वर कोल जी शपथ ग्रहण कर रहे थे तब इन्होंने अपने मद से पांच लाख रुपए देने की घोषणा की थी परन्तु वह राशि भी अप्राप्त रही । विधायक सुश्री मीना सिंह का यह पुराना इतिहास बन गया है । नगर पालिका परिषद इसकी साक्षी बनी हुई है कि वर्ष,2005 से लेकर अनवरत रूप से चली आ रही परंपरा को तोड़ना नहीं चाहतीं है । जब नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष पद पर नागेश्वर कोल जी सम्हाल रहे थे ,तब भी उन दिनों में भी विधायक और उनके सिपहसालारो के साथ अध्यक्ष की तनातनी का मामला प्रकाश में आया था , इसके बाद वर्ष 2017 में जब भाजपा से नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्रीमती ऊषा कोल बनी तब भी उनकी विधायक की दूरी जग जाहिर बनी और यह दूरियां ऊषा कोल को भाजपा छोड़ने पर मजबूर कर दिया । अब जो चल रहा है , वह घटना क्रम भी कही ऐसे ही कुछ राजदार बना हुआ है । यद्यपि वर्तमान नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष जो कि भाजपा से ही और अध्यक्ष उनसे सौहार्दपूर्ण वातावरण में मिलकर कार्यक्रम तय करती है , उनके सलाह मशविरा से उन्हें मुख्य अतिथि की आंसदी का ताज सौंपती है परन्तु इसके बाद भी विधायक जी का पाली से दूरी बनाकर रखना किस राजनीति का हिस्सा है,यह तो अभी भी राजनैतिक गलियारों से भी दूर ही है , पर यह दुरी पाली के हक से उसे वंचित कर रखा है । पाली वासियों को उनकी अखर रही कमी कब पूरी होगी , जिसके लिए हर एक नागरिक इस ओर आशान्वित होकर देख रहे हैं