दैनिक समाज जागरण 13.05.2025 जिला संवाददाता चांद कुमार लायेक पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर
जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसीआईएल) द्वारा अपने कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) के तहत पांच अत्याधुनिक एम्बुलेंस प्रदान किए गए, जिन्हें सदर अस्पताल, जमशेदपुर परिसर से रवाना किया गया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में झारखंड सरकार के मंत्री रामदास सोरेन, पोटका विधायक संजीव सरदार, जमशेदपुर पश्चिम विधायक सरयू राय, जमशेदपुर पूर्वी विधायक पूर्णिमा साहू, जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, उपायुक्त अनन्य मित्तल, सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल समेत अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
अपने संबोधन में मंत्री रामदास सोरेन ने कहा, “ग्रामीण व दूरदराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के लिए यह एम्बुलेंस अत्यंत सहायक सिद्ध होंगे। यूसीआईएल का यह प्रयास सराहनीय है और इससे जनकल्याण को बल मिलेगा, झारखंड सरकार ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ सेवा मजबूत करने पर लगातार कार्य कर रही है।
इस योजना के अंतर्गत डुमरिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) को एक अत्याधुनिक टाटा विंगर मेडिकल मोबिलिटी यूनिट (MMU) एम्बुलेंस प्रदान की गई है। यह एम्बुलेंस प्राथमिक चिकित्सा, आपातकालीन सेवाएं और त्वरित मरीज ट्रांसपोर्ट सुविधा से लैस है। इससे डुमरिया सहित पोटका क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच और गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
पोटका विधायक संजीव सरदार ने अपने संबोधन में कहा, “यह मेरे क्षेत्र के लिए अच्छी खबर है कि डुमरिया जैसे सुदूर क्षेत्र को यह सुविधा मिली है। मैंने लगातार प्रयास किया कि पोटका क्षेत्र के लोग भी आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहें। यह एम्बुलेंस निश्चित ही क्षेत्रवासियों को जीवन रक्षक सहायता उपलब्ध कराने में मदद करेगा।”
अन्य क्षेत्रों को भी मिले एम्बुलेंसें
इस योजना के तहत निम्नलिखित स्वास्थ्य केंद्रों को भी एम्बुलेंस प्रदान की गई:
सदर अस्पताल/जुगसलाई: एक ALS (एडवांस लाइफ सपोर्ट) एम्बुलेंस
CHC मुसाबनी: एक ALS और एक MMU एम्बुलेंस
सदर अस्पताल/IDSP कार्यालय: एक MMU एम्बुलेंस
प्रत्येक वाहन को अस्थायी पंजीकरण और बीमा के साथ तत्काल सेवा में लगाया गया है, ताकि किसी प्रकार की तकनीकी बाधा न आए।
इस पहल के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने यूसीआईएल की सराहना करते हुए इसे जीवनदायिनी कदम बताया।