नेशनल एक्शन प्लान फॉर ड्रग डिमांड रिडक्शन (NAPDDR) योजनांतर्गत मास्टर वालेंटियर्स का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
समाज जागरण अनिल कुमार
हरहुआ वाराणसी। नशे की लत का सबसे अधिक दुष्प्रभाव महिलाओं और बच्चों पर होता है क्योंकि जब परिवार का कोई सदस्य नशे की लत की वजह से प्रभावित होता है तो उस परिवार की सम्पूर्ण जिम्मेदारी असमय महिलाओं और बच्चों पर आ जाती है।समाज को इन रूढ़ियों और निगेटिव मानसिकता व सोच को बदलने की जरूरत है।
उक्त बातें जिला ग्राम्य विकास संस्थान, परमानन्दपुर पर आयोजित राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार एवं दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में प्रायोजित नेशनल एक्शन प्लान फॉर ड्रग डिमांड रिडक्शन NAPDDR योजनांतर्गत मास्टर वालेंटियर्स के एक दिवसीय कार्यशाला में प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय मद्यनिषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी वाराणसी क्षेत्र निर्मालिका सिंह ने व्यक्त की।
उन्होंने प्रशिक्षुओं का आह्वान करते हुए कहा कि कहा समाज में आप जहां भी है वहीं से नशा मुक्त भारत बनाने की दिशा में अपना योगदान आगे आकर दायित्व का निर्वहन करें।
इससे पूर्व एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर जिला प्रशिक्षण अधिकारी विमल कुमार सिंह तथा मद्यनिषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी वाराणसी क्षेत्र निर्मालिका सिंह द्वारा किया गया इस अवसर पर जिला प्रशिक्षण अधिकारी द्वारा सभी प्रशिक्षुओं एवं अतिथियों का स्वागत किया गया।
कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर सुरेश पाण्डेय द्वारा प्रतिभागियों को नेशनल एक्शन प्लान फॉर ड्रग डिमांड रिडक्शन NAPDDR की राष्ट्रीय योजना एवं उत्तर प्रदेश के आंकड़ों, मादक पदार्थों पर निर्भरता, व्यसन से निवारण के उपाय तथा उपचार के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि NAPDDR योजना का मुख्य उद्देश्य जनसामान्य को मादक पदार्थों के दुरुपयोग के प्रति शिक्षित एवं जागरूक करना तथा नशे की लत के प्रति निंदित व्यवहार व भेदभाव में कमी लाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करना है।
इसी कड़ी में राज्य प्रशिक्षक के0 एल0पथिक द्वारा प्रशिक्षुओं को मादक द्रव्यों के प्रयोग तथा उनके शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक दुष्परिणाम तथा मादक पदार्थों के दुरुपयोग के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के उपाय के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर ज्येष्ठ अनुदेशक संजय कुमार, सत्र प्रभारी सुरेश तिवारी, देवेंद्र कुमार पटेल, नागेश्वर सिंह,राजेश विश्वकर्मा शिवशंकर मिश्रा, सपना मिश्रा, सुनीता मौर्या, प्रतिमा पटेल, प्रदीप कुमार, प्रिया मिश्रा, प्रदुम्न पाण्डेय, शिवशंकर, रोशन सिंह, नंदिनी गुप्ता, पूनम, अमित, अभिषेक, चंद्रमोहन, विवेकानंद, विजय कुमार, मिथिलेश कुमार, रूपचन्द्र, मीरा पाल आदि सहित जनपद वाराणसी के विभिन्न क्षेत्रों से 50 स्वयंसेवक शामिल रहे।