नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ 1101 कलश शोभायात्रा से हुई शुरुआत, आकर्षक का केंद्र बना 55 देवी देवताओं की मूर्तियां

चांदन दैनिक समाज जागरण
ब्यूरो चीफ उमाकांत साह

बांका/जिले के चांदन प्रखंड मुख्यालय स्थित चांदन बाजार के दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित शतचंडी महायज्ञ का शुभारंभ आज सोमवार 19 जून को गुप्त नवरात्रि के अवसर पर 9 दिनों तक चलने वाली शतचंडी महायज्ञ की शुभारंभ 1001 कन्या एवं महिलाओं द्वारा कलश शोभायात्रा से की गई। इस अवसर पर दुर्गा पूजा समिति अध्यक्ष विक्रम दुबे एवं सचिव अशोक शर्मा एवं आचार्य लालमोहन पांडेय, उपाचार्य संजय पांडेय, भुवनेश्वर पांडेय, त्रिलोचन पांडेय, कृष्णानंद पांडेय, चुनचुन पांडेय, रुपेश पांडेय, प्रभाकर पांडेय, बबलू पांडेय, रोहित पांडेय, विनय पांडेय, आदी श्रद्धालुओं की संयुक्त में सोमवार सुबह 7:00 बजे कलश शोभायात्रा निकाली गई। कलश शोभायात्रा दुर्गा मंदिर (यज्ञ स्थल) से निकल कर ढोल बाजे गाजे नगाड़े के साथ थिरकते हुए सभी श्रद्धालु गण हाथ में झंडा लेकर चांदन बाजार सहित एमएम केजी हाई स्कूल से बस स्टैंड होते हुए चांदन नदी अवस्थी कलुआ छठ घाट पहुंची।

जहां इस महायज्ञ के यजमान (पूजक) राजेश पांडेय एवं उनकी धर्मपत्नी रंजू देवी के अगुवाई में पुरोहित आचार्य लालमोहन पांडेय द्वारा विधिवत वैदिक मंत्रोचार के साथ कलश भर कर पुनः यज्ञ स्थल (मंडली) पहुंचे। इस कलश शोभा यात्रा की आकर्षक केंद्र बनाने में बंगाल से आए कारीगरों की महत्वपूर्ण योगदान रहा। जिन्होंने यज्ञ स्थल पर 55 प्रकार की विभिन्न देवी देवताओं की आकर्षक मूर्ति बनाकर सुसज्जित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। कलश शोभायात्रा में क्या बच्चे क्या बूढ़े हजारों की तादाद में श्रद्धालु जय घोष का नारा लगाते हुए हर हर महादेव के नारे से चांदन की हर गलियां गुंजायमान कर दिया। इस आयोजन को सफल बनाने में वृंदावन से आए कलाकारों द्वारा रामलीला प्रस्तुति की जाएगी।

जो आज 19 जून से लेकर 28 जून तक चलेगी। वही कलश शोभायात्रा समाप्ति के बाद महारुद्र यज्ञ प्रारंभ हो गया. जिससे इस महायज्ञ में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद जताई गई है। स्थल के चारों ओर विभिन्न प्रकार के दुकाने सजाई गई है. बच्चों की पसंदीदा झूला सर्कस सहित अन्य तरह के मनोरंजन की व्यवस्था कराया गया है. जिसके लिए पूजा समिति के अध्यक्ष विक्रम दुबे एवं सचिव अशोक शर्मा, नीरज सिन्हा आदि सहयोगियों द्वारा पूर्व में ही सारी तैयारी कर ली गई है। ताकि यज्ञ श्रवण करने आए श्रद्धालुओं की किसी प्रकार की कठिनाई ना हो सके। इसी उपलक्ष में चांदन बाजार की कपड़ा व्यवसाई दिलीप रजक ने कलश शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को शरबत, लस्सी, पिलाकर पुण्य का भागी बने। शतचंडी यज्ञ समाप्ति की तिथि 28 जून को है जो अंतिम दिन ब्राह्मण भोज के साथ प्रसाद वितरण के बाद समाप्त संपन्न कराई जाएगी