अपने घर को बर्बाद कर सरकार को आबाद करने वाले सबसे बड़े टैक्सपेयर वर्ग को हर तरफ से शासन प्रशासन का दुत्कार मिलता है, तो दूसरी तरफ जनप्रतिनिधी की अनदेखी का भी सामना करना पड़ता है।
शराबियों के दयनीय हालत पर सरकार की चुप्पी आखिर सबसे बड़े टैक्सपेय वर्ग की इस हालत के जिम्मेदार कौन है? न मिलान के लिए पानी और नही तो पीने के लिए जगह। समय समय पर शासन प्रशासन के मिलन वाली गाली गलौच। चुनाव के समय में हाथ जोड़ने वाले नेता जी भी इनके इस हालत पर ध्यान नही देते। आखिर सबसे ज्यादा टैक्स देकर सरकार को मदद पहुँचाने वाली इस वर्ग को कब तक नालियों के किनारे और ईंट के पीछे छुप छुपकर पीना होगा।
इनका तो योगदान भी अतुलनीय है, भले ही उनके घर मे राशन न हो लेकिन सरकार के लिए राजस्व की व्यवस्था तो करते है। भले ही भोजन लंगर में जाकर कर लेते हो लेकिन पीने के लिए पैसे कही न कही से जुगाड़ कर ही लेते है। एनसीआरबी रिपोर्ट को माने तो शराब के कारण ही 70 से 80 प्रतिशत क्राइम होते है या उसमे शराब और शराबियों का सहयोग होते है।
शराब के कारण बढ़ते क्राइम जहाँ एक तरफ सरकार के लिए राजस्व की व्यवस्था होता है वही बड़ी मात्रा में रोजगार भी उत्पन्न होते है। क्राइम होने के बाद पुलिस वकील और डाक्टर जैसे प्रोफेसनल लोग सीधे सीधे लाभान्वित होते है।
इसके बावजूद शराबियों का एक ऐसा वर्ग है जिसकों न तो कोई सरकारी संरक्षण प्राप्त है नही इनके लिए कोई आरक्षण है। सबसे बड़ी बात शराब के दाम बढ़ जाने पर भी किसी भी प्रकार से हंगामा नही करते है। आज तक इनके लिए कोई संस्था भी नही है जो इनके लिए आवाज बुलंद करे। अपने कर्तव्यों का भली भांति निर्वहन करने के बावजूद ये लोग कभी अपने अधिकार के लिए आवाज नही उठाते है और नही तो कोई और इनके लिए आवाज उठाता है।
नोएडा सेक्टर 41 इंडस वैली चौक पर शाम के समय में लगने वाली शराबियों के भीड़ से इसे भलीभांंति समझा जा सकता है। गंदी नाली पर बैठकर पीने को मजबूर होते है लेकिन आज तक किसी शासन प्रशासन नें इनकी सुध नही ली है। कई बार अधिक नशा होने के कारण वही गंदी नाली में गिर जाते है जिसके कारण उनके रंग में भंग होता रहता है। हालांकि वहाँ पर कुछ ठेली पटरी वाले पानी और नमकीन रखते है जिससे उनका पीने और खाने का काम चल जाता है या चला लेते है।
सरकार को चाहिए कि ठेका के साथ साथ वहाँ बैठने बिठाने की व्यवस्था भी करे। इनके लिए पीने के साथ में मिलाने के लिए पानी , वर्फ और खाने के लिए भी उचित व्यवस्था हो। इसके साथ ही इनकी सुरक्षा और मेडिकल बीमा की व्यवस्था भी सरकार करे। आये दिन पुलिस के द्वारा सार्वजनिक स्थल पर शराब पीने के कारण पकड़ लिए जाते है। अगर सार्वजनिक स्थल, बाजार , मंदिर के पास में गली मोहल्ले में शराब के दुकान खोलकर शराब परोसने की काम सरकार करती है तो पीने वाले अगर किसी कोने में पार्क में बैठकर पीते है तो कौन सा गुनाह करते है। उचित व्यवस्था नही है इसलिए इनको इधर उधर भटकना पड़ता है। इनके लिए उचित व्यवस्था हो।
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