राष्ट्रीयता की भावना जगाता है एनएसएस : डॉ पीके नायक
मनोज कुमार
ब्यूरो चीफ दैनिक समाज जागरण हजारीबाग ।
हजारीबाग में पढ़ाई के साथ साथ एक अच्छा इंसान बनना बेहद जरूरी है। एनएसएस के माध्यम से विद्यार्थी समाज हितों को लेकर जागरूक होते हैं और नुक्कड़ नाटक व अन्य माध्यमों से समाज हित के कार्यों से भी जुड़े रहते हैं। स्वयंसेवक कई सामाजिक कुरीतियों से भी अवगत कराते हैं और लोगों को इसके प्रति जागरूक भी करते हैं। स्वस्थ समाज के निर्माण में भी एनएसएस की भूमिका महत्वपूर्ण है। उक्त बातें आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद आईसेक्ट विश्वविद्यालय हजारीबाग में आयोजित एनएसएस के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवियों व अन्य विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने इस बीच राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य और महत्व की भी जानकारी दी। इससे पूर्व विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक, कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, डीन एडमिन डॉ एसआर रथ, डीन एकेडमिक डॉ एमके मिश्रा, लॉ विभागाध्यक्ष डॉ जयदीप सन्याल सहित अन्य के हाथों दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने कहा कि साइबर क्राइम, मोबाइल व नशे की लत जैसी नई चुनौतियां आज समाज के सामने आ चुकी है, जिस पर जागरूकता के माध्यम से बहुत हद तक काबू पाया जा सकता है। उन्होंने स्वयंसेवियों से कहा कि सूदूरवर्ती क्षेत्रों में इन नई चुनौतियों के प्रति भी लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि राष्ट्र सेवा और समाज सेवा का अलख एनएसएस जगाता है। साथ ही एनएसएस राष्ट्रीयता की भावना भी विकसित करता है। इस दौरान स्वयंसेवक शनि ने एनएसएस की माध्यम से पिछले कुछ महीनों किए गए कार्यों को बताया, वहीं विशाल के परेड पर तालियों की गड़गड़ाहट से कार्यक्रम स्थल गुंजायमान हो गया। मंच संचालन स्नातक जंतु विज्ञान की हेरा फातिमा एवं कृषि संकाय की पूजा जबकि धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस अधिकारी डॉ प्रीति व्यास ने किया। बताते चलें कि राष्ट्रीय सेवा योजना समन्यविका डॉ रोजी कांत ने पूरे कार्यक्रम का निर्देशन किया।