ग्रामीण जनता करे गुहार,हमारे संपर्क मार्ग नहीं बन सके सरकार|

भेटुआ अमेठी|
योगी सरकार के गड्ढा मुक्त सड़क अभियान की समयावधि समाप्त हो चुकी है,अभियान के नाम पर लोक निर्माण विभाग अरबों रुपये खर्च भी कर चुका है लेकिन अमेठी जनपद के विकास खंड भेटुआ के निवासियों से यदि गड्ढा मुक्त सड़क अभियान के विषय में पूछा जाये तो वे बस यही कह रहे हैं,शासन प्रशासन के लिए ग्रामीण जनता संख्या मात्र है जिनकी जनसंख्या और मतदान में गणना तो होती है लेकिन उनके मूलभूत आवश्यक्ताओं की पूर्ति में शासन और प्रशासन कोई दिलचस्पी नहीं रखता है
संड़िला निवासी राम लौट प्रजापति,टिकरी निवासी राजकरन सिंह,शिव दुलारे सिंह आदि कहते हैं क्षेत्र का संड़िला संपर्क मार्ग पांच वर्षों से पूर्णतः जर्जर है,अमेठी सांसद ने खुद इसके पुनर्निर्माण के लिए लोकनिर्माण को निर्देशित किया है,पता चलता है कि उक्त सड़क का चयन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए भी हुआ है लेकिन आज तक सड़क का नवीनीकरण नहीं हो सका और न ही गड्ढा मुक्त सड़क अभियान का ही प्रभाव इस सड़क पर पड़ा
सवनगी निवासी अशोक कुमार,मेवा लाल कहते हैं क्षेत्र की सीमा पर स्थित आध्यात्म और शिक्षा के केन्द्र परमहंस आश्रम तक पहुंचने के लिए भीमी- टीकर संपर्क मार्ग दशकों से गड्ढों में तब्दील है लेकिन गड्ढा मुक्त सड़क अभियान में भी इस संपर्क मार्ग की जर्जर स्थिति पर लोकनिर्माण विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया
कुछ ऐसा ही हाल बंया किया है तुला का पुरवा गाँव के निवासी राहुल ने, कहते हैं मेरे गांव के रास्ते भेटुआ ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाला नौगिरवा – शिवगढ़ संपर्क मार्ग चलने योग्य नहीं रहा लेकिन गड्ढा मुक्त सड़क अभियान के दौरान भी जिम्मेदारों ने इसके गड्ढे भरने तक की जहमत नहीं उठाई
बता दें भेटुआ के लगभग सभी ग्रामीण संपर्क मार्ग जर्जर अवस्था में हैं फिर चाहे वह संपर्क मार्ग मुसवापुर- मुंशीगंज हो या फिर पिंडोरिया- जोलहवा पार, योगी सरकार के निर्देश के बावजूद इन ग्रामीण संपर्क मार्गों पर गड्ढा मुक्त सड़क अभियान के दौरान कार्य नहीं हुआ और न ही इनकी कभी मरम्मत हुई ऐसे में जनता अब सीधे योगी आदित्यनाथ से अपने लिए दुरुस्त रास्तों की गुहार लगा रही है|