*कहीं पाइप नहीं पड़ा,कहीं गाँवो में पाइप पड़ा हुआ है,कहीं लीकेज के चलते आपूर्ति बाधित।
समाज जागरण अनिल कुमार
हरहुआ वाराणसी सरकार जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं की गुणवत्ता और समयबद्धता को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है।
लेकिन हरहुआ ब्लाक में हर घर नल व हर गांव में अपना टैंक के लिए जल जीवन मिशन योजना के तहत ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए कार्यदायी संस्था की सुस्ती व कार्यप्रणाली बाधक बन गई हैं।
परिणाम स्वरूप ग्रामीण क्षेत्रो में पेयजल की स्थिति अत्यंत ही खराब हो गई। त्राहि त्राहि पेयजल के लिए मची हुई है।
क्षेत्र के पुआरी खुर्द में टँकी बन गई पाइप लाइन भी कुछ मजरों को छोड़ बिछाया गया लेकिन 7माह पहले बना टँकी शो पीस बन गया है।आज तक जलापूर्ति शुरू नहीं हुआ।
ग्राम प्रधान विजय कुमार का कहना है कि गांव मे उक्त पेयजल योजना एक साल से तैयार हो रही है किंतु कछुआ चाल से कार्य हो रहा है।7किमी लम्बी पाइप खेत में महीनों से पड़ा हुआ है।
कब फाइनल होगी कहा नही जा सकता।
यह हाल केवल पुआरी खुर्द की ही नही बल्कि औरा, गहनी, बेनीपुर ,अटेसुआ ,उदयपुर, चक्का ,चंदापुर ,मुर्दहा समेत कई अन्य गाँवो की है। प्रधान चक्का मधुवन यादव, प्रधान मुर्दहा रविन्द्र यादव ,प्रधान प्रतिनिधि औरा संजय कुमार के अनुसार टँकी बनी तो सोलर नही लगी,कई पुरवे में पाइप लाइन ही नहीं डाली गई।गाँव के खेत मे व सड़क किनारे पाइप रखकर छोड़ दिया गया है। एल एंड टी के कर्मचारी सिर्फ आश्वासन देते फिर रहे हैं और भीषण गर्मी में ग्रामीण पेयजल के लिए परेशान हैं। जनप्रतिनिधियों की कोई बात ही नहीं सुनते। पाइप डालने के बाद उखड़े इंटरलॉकिंग ,बने गड्डो को भी नहीं बनाया गया।ऑपरेटर का तो अता पता नहीं।
इस समय यदि बहुत तेजी देखी जा रही है तो मंत्री, विधायक ,एमएलसी गांव -गांव दौरा कर टोटी से पानी पीते देखे जा रहे हैं। कार्यदायी संस्था के ऊपर किसी मंत्री ,विधायक के कहने का असर ही नहीं पड़ रहा।
हरहुआ ब्लाक के अधिकतर बनी टँकीया शोपीस बनी पड़ी हैं। और पाइप सड़क किनारे,खेतों में पड़ा जमीन में पड़ने का इंतजार कर रही है।
जिला प्रधान संघ के जिलामहामंत्री मधुवन यादव ने कार्यदायी संस्था समेत जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल प्रभाव से हरहुआ ब्लाक के सभी टँकीयो से जलापूर्ति कराने की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि एक सप्ताह के भीतर प्रगति नहीं हुई तो ब्लाक मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।