शहडोल।
आदिवासी बहुल शहडोल संभाग में तेजी से बढ़ते धर्मांतरण पर वरिष्ठ भाजपा नेता रविकांत चौरसिया ‘रज्जू भैया’ ने गहरी चिंता जताते हुए इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया है।
शहडोल जिले में आदिवासी समाज एवं दलित वर्ग के शोषित व्यक्तियों के हों रहें धर्मांतरण के विषय में गहरी चिंता के साथ साजिश का आरोप लगाया है
उन्होंने आरोप लगाया कि यह अभियान चोरी-छिपे और खास रणनीति के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में चलाया जा रहा है, जिसे धीरे-धीरे शहरों तक फैलाया जा रहा है।
चौरसिया ने कहा कि भोली-भाली आदिवासी और दलित जनता को गुमराह कर यह भरोसा दिलाया जा रहा है कि धर्म परिवर्तन के बाद भी उन्हें आरक्षण का पूरा लाभ मिलता रहेगा। यही कारण है कि कई लोग ऐसे झांसे में आकर अपना धर्म परिवर्तन कर रहे हैं।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि जो भी व्यक्ति धर्म परिवर्तन करता है, उसे तथा जो लोग कर चुके हैं उन्हें भी आरक्षण के लाभ से वंचित किया जाना चाहिए। उनका कहना है कि यदि किसी को आरक्षण की आवश्यकता है, तो वह अपने मूल धर्म में रहते हुए ही इसका लाभ ले, न कि परिवर्तन के बाद।
श्री चौरसिया ने बताया कि पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अत्यंत दूरस्थ ग्राम चारकूमार में लगभग 50 वर्ष पूर्व चर्च का निर्माण कर लिया गया था, जबकि उस समय वहां न सड़क थी, न पानी और न ही बिजली। इससे यह स्पष्ट होता है कि पहले ऐसे स्थानों को टारगेट किया गया, जहां के लोग आसानी से बहकावे में आ सकते थे।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक संगठित गिरोह धर्मिक स्वतंत्रता के नाम पर इन क्षेत्रों में सक्रिय है, जो धर्म परिवर्तन के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहा है। चौरसिया ने एक बार फिर सरकार से अपील की कि धर्म परिवर्तन करने वालों को आरक्षण का लाभ न दिया जाए, ताकि इस तरह के अभियान पर रोक लगाई जा सके।