कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में रेलवे के विस्तार से यात्री सुविधाओं में होगा क्रांतिकारी सुधार

सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने समस्तीपुर बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पेश किए, रेलवे नेटवर्क को मजबूत बनाने की आवश्यकता जताई

नई ट्रेन सेवाएं, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और नए स्टेशन के निर्माण की मांग

समस्तीपुर ।

सोमवार को समस्तीपुर में आयोजित समस्तीपुर रेल मंडल संसदीय समिति की वार्षिक बैठक में अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल क्षेत्र में रेलवे सेवाओं के विस्तार और सुधार के लिए कई अहम प्रस्ताव रखे। उन्होंने क्षेत्रीय यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए नई ट्रेन सेवाओं, बेहतर बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की आवश्यकता पर जोर दिया।

सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि इन क्षेत्रों में सुलभ यात्रा के लिए अत्याधुनिक ट्रेन सेवाओं का परिचालन जरूरी है, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने विशेष रूप से वंदे भारत एक्सप्रेस और अमृत भारत एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के परिचालन की मांग की, जो इन क्षेत्रों के विकास में सहायक हो सकती हैं। इसके अलावा, उन्होंने कोरोना काल के दौरान बंद पड़ी ट्रेनों को फिर से चलाने और अन्य प्रमुख रूटों पर ट्रेन सेवाओं की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव भी रखा।

सांसद ने फारबिसगंज से सहरसा तक ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि यह क्षेत्रीय यात्रियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कटिहार से वाया अररिया, फारबिसगंज, झंझारपुर और सीतामढ़ी होते हुए रक्सौल तक अमृतसर के लिए एक नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का प्रस्ताव दिया। इसके साथ ही, उन्होंने जोगबनी से लोकहा बाजार तक फारबिसगंज- नरपतगंज- झंझारपुर होते हुए डेमू ट्रेन का संचालन शुरू करने की भी अपील की।

सांसद ने यह भी कहा कि दरभंगा से गुवाहाटी के लिए एक नई एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन फारबिसगंज- कटिहार रूट से शुरू किया जाए। इसके साथ-साथ जोगबनी- सहरसा एक्सप्रेस ट्रेन का विस्तार पटना तक किए जाने की आवश्यकता जताई। फारबिसगंज स्टेशन पर वॉशिंग अर्पण, वॉटर फिलिंग की सुविधा और ट्रेन के रनिंग स्टाफ के लिए रनिंग रूम की सुविधा शुरू करने का प्रस्ताव भी उन्होंने बैठक में रखा।

फारबिसगंज स्टेशन से संबंधित एक और महत्वपूर्ण प्रस्ताव यह था कि वहां एक नया रेलवे क्रॉसिंग बनाकर नरपतगंज की ओर जाने वाली नवनिर्मित रेल लाइन को फारबिसगंज से जोड़ा जाए, ताकि वहां से ट्रेनों का परिचालन सुगम हो सके। सांसद ने यह भी कहा कि सिलीगुड़ी से अररिया तक रेल लाइन चालू होने पर फारबिसगंज से उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों का परिचालन निर्बाध रूप से सुनिश्चित करने के लिए “न्यू फारबिसगंज” नामक एक नया रेलवे स्टेशन बनाना चाहिए, जहां सभी आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे वाशिंग पिट लाइन, सिक लाइन, स्टेबलिंग लाइन और रेक पॉइंट उपलब्ध हों।

सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने अररिया कोर्ट- पिपरा- सुपौल रेल लाइन के निर्माण में तेजी लाने की भी आवश्यकता जताई। उनका मानना है कि इस रेलवे नेटवर्क का विस्तार इन क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने रेलवे मंत्रालय से इन सभी प्रस्तावों पर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की, ताकि कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल के यात्री जल्द ही बेहतर रेल सुविधाओं का लाभ उठा सकें।

सांसद के इन प्रस्तावों से स्पष्ट है कि वे क्षेत्रीय रेलवे नेटवर्क को प्रगति की दिशा में एक नए मुकाम पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो इन क्षेत्रों के लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाएगा और समग्र विकास को गति देगा।

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