मुरादाबाद : तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, ने आउटकम बेस्ड एजुकेशन- ओबीई रैंकिंग 2025 में टाइटेनियम बैंड हासिलकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 2024 के डायमंड बैंड की तुलना में टीएमयू की यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। टाइटेनियम बैंड टीएमयू की शैक्षणिक उत्कृष्टता और परिणाम-आधारित शिक्षा के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता का प्रतिफल है। ओबीई रैंकिंग में शामिल मानदंडों में पाठ्यक्रम की डिज़ाइन, सीखने के परिणाम, मूल्यांकन विधियां, छात्र सहभागिता और उद्योग की प्रासंगिकता जैसे कई पहलुओं को गंभीरता से परखा जाता है। टीएमयू के ग्रुप वाइस चेयरमैन श्री मनीष जैन इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए बोले, टाइटेनियम बैंड राष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा की गुणवत्ता का एक प्रमुख मापदंड है। उन्होंने संकल्प दोहराया, भविष्य में टीएमयू और भी बेहतर परिणाम प्राप्ति की दिशा में निरंतर प्रयासरत रहेगा।

टाइटेनियम बैंड हासिल करना इस बात का प्रमाण है कि टीएमयू ने हमेशा शिक्षा के हर पहलू में गुणवत्ता और नवाचार को प्राथमिकता दी है। यूनिवर्सिटी ने हमेशा से छात्र-केंद्रित शिक्षण पद्धतियों को बढ़ावा दिया है, जिससे विद्यार्थी न केवल अकादमिक बल्कि व्यावसायिक रूप से भी प्रतिस्पर्धी बन सकें। टाइटेनियम बैंड प्राप्त करना टीएमयू के शैक्षणिक नेतृत्व, संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। टीएमयू की डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन बताती हैं, ओबीई में शिक्षण और सीखने के चार प्रमुख घटक- पाठ्यक्रम डिजाइन, शिक्षण और सीखने के तरीके, मूल्यांकन और निरंतर गुणवत्ता सुधार (सीक्यूआई) और निगरानी शामिल हैं। उल्लेखनीय है, नई शिक्षा नीति-2020 में भी आउटकम बेस्ड एजुकेशन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी ओबीई को लेकर बेहद संजीदा है।