विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा प्रशासन के विरोध में राजनगर मुख्य मार्ग किया जाम, सात घन्टो से आवागमन बाधित।

रविकांत गोप,समाज जागरण प्रखंड संवाददाता राजनगर(सराईकेला)

राजनगर :- कोल्हान प्रमंडल में प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा असंवैधानिक तरीके से जमीन अधिग्रहण एवं हस्तांतरण के खिलाफ विभिन्न आदिवासी संगठनों ने राजनगर मुख्य बाजार स्थित सिदो-कान्हू चौक एवं चालियामा में बांस के बेरियर लगा कर हाता चाईबासा मुख्य मार्ग सात घंटे आवागमन को बाधित कर दिया. सुबह पांच बजे जाम कर्ताओं ने राजनगर बाजार स्थित सिदो-कान्हू चौक आकर बांस का बैरियर लगा दिया. जिससे दोनों ओर गाड़ियों की लम्बी कतारें लग गई.जाम में दो पाहिया वाहन छोड़कर सभी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया.दिन के लगभग साढ़े ग्यारह बजे प्रखंड विकास पदाधिकारी मलय कुमार, अंचलाधिकारी हरिश चन्द्र मुंडा, थाना प्रभारी अमीश कुमार ने राजनगर सिदो-कान्हू चौक आकर जाम कर्ताओं से वार्ता किये. जाम कर्ताओं को समझाने के बाद दोपहर 12 बजे जाम को हटा दिया गया. जाम हाटने के बाद आवागमन पुर्ण रुप से पहले की तरह चलने लगा.
राजनगर मुख्य बाजार के सभी दुकानें बंद
विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा कोल्हान बंद को लेकर सभी दुकानें सुबह से ही स्वत: बंद कर रखा. दोपहर बारह बजे सिदो-कान्हू चौक स्थित जाम हाट जाने के बाद दुकानदार अपने अपने दुकान खोलें.
जाम में फंसे यात्री डबल भाड़ा देकर पहुंचे गंतव्य
कोल्हान बंद होने के बावजूद भी सुबह के समय एक्का दुक्का बस आ गया तथा जाम में फंसे. जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बैंगलुरू से आ रहे उज्जवल बिरुली ने बताया कि जामशेदपुर से राजनगर तक बस से आया. बस आगे नहीं जाने से अपने गंतव्य स्थान तक किसी छोटे वाहन से दोगुना भाड़ा देकर गांव देहात के रास्ते से हमें अब जाना होगा।
जाम कर्ता ने क्या कहा
जेबीकेएसएस के केन्द्रीय संगठन मंत्री उदय बांकिरा ने कहा कि यह क्षेत्र आदिवासी बहुल क्षेत्र है. आदिवासी बहुल क्षेत्र में राज्य सरकार ग्राम सभा को मान्यता नहीं दे रहे हैं. ग्राम सभा मान्यता नहीं देने के कारण तितिरबिला व दुबराजपुर गांव में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर जबरदस्त जमीनदाताओं के जमीन को अधिग्रहण कर पुलिस बल तैनात कर सड़क का निर्माण किया गया. उन्होंने कहा कि हमलोग विकास विरोधी नहीं हैं. विकास भी होना चाहिए।