पूर्णिया।
चमकी बुखार से 4 साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चे को पिछले 10 दिनों से हाई फीवर था। बच्चा अररिया के जोकीहाट का निवासी है। परिजनों का कहना है चमकी आने पर वे बच्चे को अररिया सदर अस्पताल ले गए। मगर वहां सरकारी एंबुलेंस न होने पर बच्चे को बाइक पर बैठाकर अररिया से पूर्णिया निकल पड़े। पूर्णिया मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। बच्चे की पहचान अररिया जिले के जोकीहाट के चकई बस्ती निवासी नरेश मंडल के बेटे विवेक कुमार (4) के रूप में की गई है।
परिजनों ने समझा था सीजनल बुखार
घटना को लेकर बच्चे के पिता नरेश मंडल ने कहा शुरुआत में सीजनल बुखार समझकर नजरअंदाज किया। हालांकि बच्चे की तबीयत लगातार बिगड़ती देख चकई बस्ती स्थित घर से जोकीहाट हॉस्पिटल गए। जहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया। बच्चे को अररिया सदर अस्पताल में एडमिट कराया गया। यहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को कोई साधारण बुखार नहीं। बल्कि ये चमकी बुखार का प्रकोप है। जिससे बच्चे की तबीयत बिगड़ती जा रही है। वहां से भी रेफर कर दिया। करीब घंटे भर सरकारी एंबुलेंस के इंतजार में इधर-उधर भागते रहे। मगर हॉस्पिटल के स्टाफ टालमटोल करते रहे। अंत में बाइक से जीएमसीएच पूर्णिया के लिए अररिया से निकले। मगर अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्चे की मौत हो गई। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
बच्चे का शरीर पूरी तरह से पड़ गया था ठंडा
डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि बच्चे को चमकी बुखार था। बच्चे में कोई एक्टिविटी नहीं थी और बच्चे का शरीर पूरी तरह ठंडा हो गया था। इसका मतलब है बच्चे को जन्म के समय बहुत ज्यादा इन्फेक्शन था। इन्फेक्शन ब्लड के साथ ही ब्रेन में भी घुस गया। जिस वजह से चमकी बुखार आया और बच्चे की मौत हुई है।