रोजगार परक खेती कर कम लागत से अधिक आय अर्जन कर सकेंगी महिलाएं।

*प्राकृतिक एवं जैविक खेती विषय पर दो दिवसीय समूह की महिला कृषको का प्रशिक्षण का हुआ शुभारम्भ।
समाज जागरण अनिल कुमार
हरहुआ वाराणसी। खेती जीवन का मूल आधार है जिसके जरिए हर आवश्यकताओं की पूर्ति ग्रामीण किसान कर खुशहाली का परम्परागत जीवन जीता चला आ रहा है। बदलते परिवेश में नई तकनीक ने जीवन को आसान बना दिया है। जरूरत है महिला किसानों को आधुनिक तकनीक की बेहतर जानकारी दिए जाने की। जिसको लेकर जन विकास समिति मुर्दहा द्वारा सभागार में महिला कृषकों को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण में मुख्य कृषि वैज्ञानिक डॉ0 शिवम दुबे द्वारा प्राकृतिक एवं जैविक खेती के विभिन्न आयाम बीजामृत, जीवामृत, मलचिंग, वापसा एवं प्राकृतिक पौध संरक्षण व उत्पादन लागत को कम कर अधिक मुनाफा एवं रोजगार परक खेती कर सके।
संस्था के निदेशक चंद्रन रेमण्डस ,कार्यक्रम अधिकारी फेलिक्स थॉमस व अभिषेक मिश्रा ने महिला कृषकों की समस्याओं के हर समाधान का निवारण,किसानों के हित और नई तकनीक सहित जरूरी जानकारी दी जाएगी। कृषि कार्यो के लिए डेमोस्ट्रेशन यूनिट सदैव किसानों के लाभ हित प्रदान करेगी।
प्रशिक्षण में कुल 60 महिला कृषक विभिन्न ग्राम पंचायतों से शामिल रहीं।

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