समाज जागरण डेस्क
आगरा। आगरा एमजी रोड के बीचो बीच सड़क पर बनी मजार आगरा के पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम के कार्यशैली पर कई सवाल खड़े करते है। सवाल यह भी है कि क्या यह मजार पहले से मौजूद था और सड़क बाद मे बनी या फिर सड़क बनने के बाद इस मजार का निर्माण हुआ है। जाट एसोसिएशन टवीटर हैंडल (एक्स) पर शेयर एक विडियों मे दावा किया जा रहा है कि सड़क के बीचों बीच एक मजार बना दिया गया है जो कि हाल फिलहाल मे ही बनाए गए है। मजार एम जी रोड पर बना है वह भी ठीक मंदिर के सामने। इसके साथ ही सोशल मिडिया पर वायरल इस विडियों मे मजार के साथ मे एक दान पात्र भी रख दिया गया है।
अगर मजार हाल फिलहाल मे सड़क के बीचों बीच बनाए गए है जो कि आने वाले दिनों मे धार्मिक मतभेद एवं अतिक्रमण के कारण बनने के साथ-साथ सड़क दुर्घटना के कारण भी बनेंगे या बन रहे होंगे। सवाल यह उठता है कि पूरे सरकारी तंत्र होने के बाद भी इस प्रकार के निर्माण कार्य हो कैसे जाते है ? क्या सरकारी तंत्र ही इस प्रकार के अतिक्रमण के लिए जिम्मेदार नही है। आखिर नगर निगम और नगर पालिका मे सर्किल आफिसर और सुपरवाइजर जैसे पद किसलिए होते है ?
दिल्ली हो या मुंबई या फिर आगरा जहाँ पर इस प्रकार के अतिक्रमण न सिर्फ विवादों का कारण बनते जा रहे बल्कि सड़क यातायात के लिए मुश्किल खड़ी कर रहे है। लेकिन सरकार के द्वारा ऐसे अतिक्रमणों के लिए जिम्मेदारी तय नही होना या फिर जिम्मेदारों पर कोई सख्त कार्यवाही नही होने की वजह से भी इस प्रकार से अतिक्रमण किए जाते है। आगरा के एमजी रोड पर मंदिर के सामने सड़क के दूसरी तरफ एक नये मजार का बनना कही न कही मंदिर मे आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी तरफ आकर्षित करने लिए बनाया गया है ऐसा विडियों मे दावा किया जा रहा है। जबकि मंदिर जो कि भव्य है और अपनी जगह पर है।