आगरा नगर निगम के आयुक्त ने दिखाएं कड़े तेवर

कार्यदाई संस्था को ब्लैक लिस्ट किया, समय पर नहीं बने शौचालय और मूत्रालय, शहर में डीओबीटी पद्धति पर होना था निर्माण।

आगरा। शहर के विभिन्न स्थानों पर डीओबीटी पद्वति पर बनने वाले सार्वजनिक शौचालयों एवं मूत्रालयों का निर्माण समय से न करने पर नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्यदायी सस्था को ब्लैक लिस्ट कर दिया है।
कानपुर की कंपनी मैसर्स एनएनआई प्रमोशन्स को शहर में पचास स्थानों पर डीओबीटी पद्वति पर शौचालय और मूत्राशय बनाने का ठेका जनवरी 2024 में दिया गया था। अनुबंध के अनुसार कार्यदायी संस्था को पूरा काम अप्रैल 2024 तक समाप्त करना ना था लेकिन कंपनी ने निर्धारित अवधि में काम को पूरा नहीं किया। इस बीच निरीक्षण के दौरान पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण ने कर्यदायी संस्था को कई बार समय पर काम पूरा करने की चेतावनी दी इसके बावजूद संस्था की ओर से इस पर ध्यान न देते हुए अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया है। पर्यावरण अभियंता ने बताया कि कुछ स्थानों पर संस्था की ओर से जो शौचालय व मूत्रालय बनाये हैं उनमें मानकों का ध्यान नहीं रखा गया है। उनका रख रखाव भी ठीक नहीं है। पर्यावरण अभियंता ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल को प्रस्तुत कर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है। इस पर सख्त रुख अपनाते हुए नगर आयुक्त ने कंपनी को निर्धारित अवधि में काम पूरा न करने पर ब्लैक लिस्ट कर दिया है।

बिल्ड ऑपरेट और ट्रांसफर पद्वति पर होने हैं संचालित

सभी मूत्रालय और शौचालय बिल्ड ऑपरेट और ट्रांसफर पद्वति पर संचालित होने हैं। इनके निर्माण के लिए भूमि नगर निगम को उपलब्ध करानी है जबकि निर्माण कार्यदायी संस्था को करना है। कार्यदायी संस्था को सभी शौचालयों पर विज्ञापनों के माध्यम से कमाई करने की छूट थी। पन्द्रह से बीस साल बाद सभी शौचालय और मूत्रालयों को निगम को हैंडओवर किया जाना है।

मंडलायुक्त ने नाराजगी की थी जाहिर

मई माह में मंडलायुक्त ऋतु माहेश्वरी ने अपने निरीक्षण के दौरान शौचालयों और मूत्रालयों के रख रखाव और मानकों के अनुसार निर्माण न होने पर नराजगी जाहिर की थी।

प्रमोद कुशवाह कि रिपोर्ट