बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन से की IAS छवि रंजन को जेल भेजने की मांग

कहा- सेना की जमीन लूट से झारखंड की कटाई नाक

संजय सिंह, ब्यूरो चीफ सह प्रभारी,समाज जागरण,
दक्षणी छोटा नागपुर प्रमंडल,

राँची (झारखंड ) 15 अप्रैल 2023:-पूर्व सीएम और भाजपा विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन से मी लूट में शामिल अफसरों के खिलाफ एक्शन लेने और जेल भेजने की मांग की है. सोशल मीडिया के जरिये कहा है कि झारखंड में अब जो हो रहा है, उसे लूट नहीं, डकैती की श्रेणी में गिना . मातृभूमि की सुरक्षा में लगी सेना तक की जमीन बेचवाने वाले चार्जशीटेड पूर्व डीसी छवि रंजन के नेतृत्व में सत्ता संरक्षित गिरोह सरकारी जमीन भी बेचने की फिराक में थे. इस पूरी डकैती के मास्टरमाइंड सरकारी बहुमुल्य पेड़ तक बेच खाने वाले इस आईएएस छवि रंजन की “हिम्मत” यूं ही नहीं बढ़ी होगी.ताज्जुब है कि ये अफ़सर पहले से ही ईडी के सवाल-जवाब का फ़िल्मी तर्ज़ पर रिहर्सल कर ऐसे तैयार बैठा था मानो उसे पता चल रहा था कि आगे क्या-क्या होने वाला है, बचना कैसे है. बाबूलाल ने सीएम हेमंत सोरेन से कहा है कि उनमें अगर थोड़ी भी शर्म बची है तो सेना की ज़मीन हेराफेरी कर देश से ग़द्दारी समान काम कर आपकी नाक कटवाने वाले ऐसे अफ़सर पर कठोर कार्रवाई करिये, जेल भेजिये. नौकरी से बर्खास्त करने का प्रस्ताव केन्द्र को भेजें. बाबूलाल के मुताबिक प्रदेश भाजपा की लड़ाई इसी सत्ता संरक्षित डकैती से है. जब इसका पुरजोर विरोध झारखण्ड सचिवालय घेराव के माध्यम से हुआ, तो सरकार के इशारे पर केस मुकदमों के माध्यम से भाजपा कार्यकर्ताओं को डराने की कोशिशें हो रही हैं. ये लूटपाट वाली सरकार इस गलतफहमी में न रहे. इनके एक-एक पापों का हिसाब होगा. जल्द ही ऐसे सारे लोगों का होटवार जेल नया पता होगा. बाबूलाल मरांडी सोशल मीडिया के जरिये लगातार छवि रंजन और दूसरों की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं. 14 अप्रैल को भी उन्होंने सीएम को ध्यान दिलाते लिखा था कि खबर आ रही है कि रांची जमीन महाघोटाला में (जिसके बारे में हम आपको पिछले एक साल से बताते आ रहे हैं) ईडी ने छापामारी के बाद छः ज़मीन माफियाओं को गिरफ्तार किया है. इस घोटाले के एक प्रमुख कलाकार पुर्व डीसी छवि रंजन पर कार्रवाई के लिये कमिश्नर की रिपोर्ट (जिसे दबा कर रखा है) पर अब भी कार्रवाई कर इन्हें जेल भेजने का काम करियेगा या छवि के साथ इन मामलों में भी खुद के फंसने और खुद जेल जाने की नौबत आने तक का इंतज़ार करियेगा. इसी तरह एक पोस्ट के ये कहा कि झारखंड में गंध मचाने वाले कुछ आईएएस/आईपीएस अफसरों के कारण भी झारखंड की देश-विदेश में बदनाम हो रही है. जबतक चुन कर दो-चार और ऐसे बदनाम धनपशुओं को जेल भेजकर नौकरी से बाहर नहीं निकाला जायेगा, तब तक कुछ सुधार की उम्मीद नहीं. ये बात वे शुरू से कहते आ रहे हैं.