समाज जागरण
गौरव द्विवेदी
अनूपपुर। प्राप्त जानकारी में मां नर्मदा और सोन नदी की उद्गम स्थली और राष्ट्रीय धरोहर मध्य प्रदेश की पहचान पवित्र नगरी अमरकंटक में मध्य प्रदेश शासन के प्रबंध के बावजूद भी पुलिस और आबकारी की निष्क्रियता से खुलेआम शराब की बिक्री चरम सीमा पर हो रही है।लगातार यहां पर पहले चोरी छुपे शराब तस्कर शराब के कालाबाजारी करते थे किंतु अब ऐसा लग रहा है कि पुलिस और आबकारी विभाग की निष्क्रियता और लापरवाही से मां नर्मदा नदी और सोन नदी की उद्गम स्थल अमरकंटक में शराब की बिक्री खुलेआम की जा रही है इस पर तमाम जन प्रति निधि और समाजसेवी लोग जहां एक तरफ चिंतित हैं वही यहाँ के पुजारीबाबा लोग और श्रद्धालुओं में भी इस बात को लेकर भारी आक्रोश है ।इस पर लगातार समाज सेवकों द्वारा पुलिस को ज्ञापन दिया जा रहा है लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती है ना ही शराब बिक्री पर कोई रोक लगा पा रहे बताते चले कि देश का भविष्य कहे जाने वाले युवा जहां पढ़ते हैं शासकीय विद्यालय के साथ नवोदय विद्यालय के पास मात्र चंद्र दूरी पर शराब बेची जा रही है मध्य प्रदेश का ठंडियों में कश्मीर कहे जाने वाला अमरकंटक जहां एक तरफ अपनी धार्मिक पहचान के लिए देश नहीं विदेश में विख्यात है वही ठंड में पार शून्य के आसपास हो जाने से यहां इसलिए कई वर्षों से पर्यटक भी काफी जोरों पर है इसलिए यहां शराब की बिक्री पर पृतिबंधपूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और शिवराज सिंह चौहान के समय से जारी है किंतु शराब माफिया सारे नियमों को धजिया उड़ते हुए डंके की चोट पर मनमानी रेट पर शराब की बिक्री कर रहे हैं ऐसा नहीं है कि पुलिस विभाग या आबकारी विभाग को उसकी जानकारी नहीं है लेकिन इन पर ठोस कार्रवाई न करना इनके मिले भी मिली भगत होने की शंका पैदा करता है कभी कबार छोटे-मोटे कार्रवाई कर बस यह अपना रिकॉर्ड मेंटेन करते हैं ऐसे में यहां पर शराब की बिक्री या तस्करी होने से पवित्र नगरी की गरिमा अपवित्र हो रही हो छत्तीसगढ़ बॉर्डर लगे होने से वहां के तस्कर भी यहां सक्रिय हैं अब देखना यह है कि क्या प्रशासन संज्ञान में लेते हुए छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के शराब तस्करों के अलावा स्थानीय शराब माफिया लोगों के खुलेआम राष्ट्रीय धरोहर और मध्य प्रदेश की पहचान र नर्मदा नदी की उद्गम स्थल अमरकंटक में शराब तस्करों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा पाते हैं या इन शराब तस्करों की शराब बिक्री इसी तरह होती रहेगी।