सरयू के आरोप साबित हुए तो मंत्रीपद से दूंगा इस्तीफा, सदन में भड़के बन्ना गुप्ता

संजय सिंह, ब्यूरो चीफ सह प्रभारी,समाज जागरण,
दक्षणी छोटा नागपुर प्रमंडल,

राँची (झारखंड ) 21 मार्च 2023:-
झारखंड विधानसभा में भोजनावकाश के बाद सदन में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और निर्दलीय विधायक सरयू राय आपस में भिड़ गये। दोनों के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। मंत्री ने इस्तीफे की धमकी दी।झारखंड विधानसभा में भोजनावकाश के बाद सदन में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और निर्दलीय विधायक सरयू राय आपस में भिड़ गये। दोनों के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरयू राय प्रोत्साहन राशि लेने का जो आरोप लगा रहे हैं, यदि वह साबित हुआ तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। वहीं, विधायक सरयू राय ने कहा कि झारखंड विस से चार बार नोटिस दिये जाने के बाद भी अब तक मंत्री की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।निर्दलीय विधायक सरयू राय ने सदन में जानना चाहा कि किसी मंत्री के कितने स्टाफ हो सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री के 59 कर्मियों ने प्रोत्साहन राशि का लाभ लिया, जबकि स्वास्थ्य मंत्री ने भी इससे संबंधित दस्तावेज जमा किये थे। मंत्री से इससे संबंध में पूर्व में भी सवाल किये गये, लेकिन उनकी ओर से जवाब नहीं दिय है। झारखंड विधानसभा की ओर से भी चार बार नोटिस लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया । अब उनसे कोर्ट में जवाब लिया जाएगा। जवाब देने नहीं बन रहा है तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवा दी है।मंत्री बन्ना गुप्ता ने सरयू पर लगाया डराने का आरोप स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरयू राय एकमात्र हरिशचंद्र हैं। वे डराकर राजनीति नहीं कर सकते हैं। हर आदमी उनसे डरने वाला नहीं है। कभी वे सरकार की चाटुकारिता करते हैं, तो कभी खिलाफत करते हैं। उन्होंने कहा कि सरयू राय ने प्रोत्साहन राशि से जुड़ी कॉपी कहां से निकाल ली। कभी कहते हैं कि स्वास्थ्य मंत्री ने पैसा ले लिया, कभी कहते हैं कि ट्रेजरी बंद था, इसलिए नहीं निकाल पाये। अपनी बातों पर कायम नहीं रहते हैं। इसी वजह से उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। वे फ्लाइओवर बनाएं, सफाई करें तो उनके पेट में दर्द होता है। अगर उन्होंने प्रोत्साहन राशि ली है और वे यह साबित कर देंगे तो मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।इस पर सरयू राय अपनी जगह पर खड़े होकर कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सदन में गलतबयानी कर रहे हैं। उनके खिलाफ अवमानना का मामला दिया है। फिर वह गलत जवाब लेकर आये हैं। इसपर स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल तो खत्म हो गया है, अब कैसे इस प्रश्न को लाया जाए। सरयू राय जवाब नहीं मिलने से नाराज दिखे। उन्होनें कहा कि इसका मतलब है कि आसन से भी मुझे संरक्षण नहीं मिल रहा है। साथ ही उन्होनें यह भी कहा कि लगता है कि स्वास्थ्य मंत्री को मुख्यमंत्री का संरक्षण प्राप्त है। इसके बाद उन्होंने सदन का बहिष्कार कर दिया.