बिहार विधान परिषद के सभा कक्ष मे हुई सर्वसंघीय बैठक



■ शिक्षा व्यवस्था मे व्यापक सुधार एवं शिक्षकों के न्यायोचित मांगो को लेकर हुआ चर्चा।

■ नई नियमावली को रद्द कराने के साथ साथ बिना शर्त राज्य कर्मी का दर्जा को लेकर हुई विचार विमर्श

पटना…. राज्य के नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिलाने हेतु एवं आगामी आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने को लेकर माननीय विधान परिषद सदस्य ई.सच्चिदानंद राय एवं नवनिर्वाचित एमएलसी अफाक अहमद के साथ 23 अप्रैल 2023 को विधान परिषद कक्ष मे सभी शिक्षक संघों के साथ बैठक का आयोजन हुआ।
बैठक मे नई नियमावली को रद्द कराने को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया।
परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ की ओर से बैठक मे मुख्य रूप से प्रदेश कार्यकारी संयोजक नवनीत कुमार, प्रदेश संगठन महामंत्री शिशीर कुमार पाण्डेय, प्रदेश मीडिया प्रभारी मृत्युंजय ठाकुर के साथ साथ पूर्वी चम्पारण जिलाध्यक्ष सूर्यकांत पाठक एवं जिला महासचिव विनोद कुमार पाण्डेय उपस्थित हुए।
बैठक को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेश संगठन महामंत्री शिशीर कुमार पाण्डेय ने कहा कि अपने मांगो को लेकर हम हर कुर्बानी देने को तैयार है एवं आगामी आंदोलन की रूपरेखा कैसे बेहतर बने और हमारी जीत हो को लेकर हम हर स्तर पर प्रसिद्ध रणनीतिकार प्रशांत किशोर जी के साथ है।
बैठक मे विधान परिषद सदस्य ई.सच्चिदानंद राय के द्वारा सभी शिक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवं उनके प्रतिनिधियों से नई नियमावली 2023 जिसमे पूर्व से नियोजित शिक्षकों के लिए सामंजित नही किया जाना को लेकर चर्चा करते हुए कहा गया कि यथाशीघ्र इस नियमावली को रद्द कराने को लेकर मै अपने स्तर से प्रयास करूंगा।
साथ ही बैठक मे मुख्य रूप से बिहार के शिक्षा व्यवस्था मे सुधार, छात्रों के हित की चिंता एवं शिक्षकों की दशा व दिशा को लेकर आम आवाम के बीच एक जन आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक की समाप्ति के उपरांत सभी शिक्षक संगठन के अध्यक्ष एवं उनके प्रतिनिधि जनसुराज अभियान द्वारा पदयात्रा पर निकले रणनीतिकार प्रशांत किशोर जी से मिलने वैशाली जिले के चेहरा कलां प्रखण्ड पहुंच उनसे मुलाकात किए। साथ ही उपरोक्त सभी विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ के कार्यकारी प्रदेश संयोजक नवनीत कुमार एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी मृत्युंजय ठाकुर ने बिहार के सभी शिक्षकों से अपील किया कि अपने मान सम्मान व अस्मिता की लड़ाई के लिए दृढ़संकल्पित होकर भविष्य के आंदोलन के लिए तैयार रहे। व्यापक आंदोलन के लिए सभी शिक्षक संघों की एकजुटता हो इसके लिए भी लगातार प्रयास जारी है।