बिलासपुर : कोल ब्लाक के विरोध में धरना प्रदर्शन

समाज जागरण संवाददाता विवेक देशमुख

बिलासपुर। हसदेव बचाओ आंदोलन के लिए स्थानीय कोन्हेर गार्डन में बिलासपुर के नागरिकों ने अठहत्तर दिन पूरा हुआ। नागरिकों ने रविवार 31 जुलाई को प्रातः11 बजे एक संकल्प सभा का आयोजन करने का निश्चय किया। आज बिलासपुर के नागरिकों से अधिक से अधिक संख्या में इस सभा में शामिल होने का अनुरोध किया गया। इस संकल्प सभा में सभी नागरिक हसदेव के जंगलों को बचाने के लिए वचनबद्ध होंगे ताकि पानी हवा और धरती बची रहे। धरनास्थल पर विधायक धर्मजीत सिंह उपस्थित हुए और उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा में हसदेव के कोलब्लाक निरस्त करने के लिए केन्द्र सरकार से अनुरोध का सर्वसम्मति से अशासकीय संकल्प का प्रस्ताव पारित होने की जानकारी दी। उपस्थित आंदोलनकारियों ने केंद्र सरकार से कोल ब्लॉक आंबटन रद्द करने के विधानसभा से सर्वसम्मति से पारित संकल्प का समर्थन किया। साथ ही साथ राज्य सरकार से हसदेव में कोल ब्लाकों के लिए दी गई सभी अनुमतियाँ रद्द करने की मांग की।
हसदेव बचाओ आंदोलन जो की विगत 78 दिनों से जारी है ,जिसमे लोगो का उत्साह बना हुआ है। आंदोलन में सरकार के द्वारा अशासकीय प्रस्ताव जो हसदेव में कोल आबंदन रद्द करने के लिए लाया गया है उसका स्वागत करते हुए कुछ सवाल भी उठाए गए है, आंदोलन कारियों ने सरकार से ये पूछा है की आखिर राज्य सरकार क्यों केंद्र पर इन चीजों को टाल रही है। जबकि वन अनुमति और हसदेव के भूमि का अधिग्रहण राज्य सरकार के द्वारा किया जा रहा है। अगर राज्य सरकार अपनी अनुमति वापस ले लेगी तो केंद्र सरकार के पास इसे स्थगित करने को छोड़ के कोई रास्ता नहीं बचेगा। आंदोलन जारी रहने का प्रभाव यह हो रहा है की सरकार के साथ विधान सभा में विपक्ष भी जनता की मंशा को ध्यान में रखते हुए सवाल उठा रहा है। आंदोलन में स्पष्ट किया गया की आंदोलन जब तक जारी रहेगा जब तक हसदेव बच ना जाए। उपस्थित नागरिकों में मुख्य रूप से विधायक धर्मजीत सिंह, संतकुमार नेताम बी आर कौशिक, फिरोज कुरैशी, महमूद हसन रिजवी, प्रदीप नारंग, चंद्रप्रदीप बाजपेयी, योगेश गुप्ता, डॉक्टर रश्मि बुधिया, साकेत तिवारी, राकेश खरे, अमित वासुदेव, निलोत्पल शुक्ला, रतीष श्रीवास्तव, राजेश खरे, असीम तिवारी, सतमीत सिंह, श्रेयांश बुधिया, पवन पांडेय, इत्यादि प्रमुख थे।