सूर्य की अंतिम किरण को दिया गया अर्घ्य, मां सरयू के घाटों पर उमड़ी भक्तों की भीड़

▪️ परिवार की सुख शांति की किया कामना

▪️छठी मइया के जय जयकार से गूंज उठा हुआ परिवेश, सूप में फल, ठेकुआ आदि रखकर की गई पूजा

समाज जागरण
अयोध्या।
लोकप्रिय पर्व छठ पर सूर्य की अंतिम किरण को अर्घ्य देने के लिए रामनगरी के सरयू तट पर आस्था का जनसैलाब उमड़ा। छठी मैया के जयकारें के साथ भगवान सूर्य की आराधना की गई। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से लेकर सप्तमी तक महापर्व मनाया जाता है। अर्घ्य देने के दौरान परिवार के सुख शांति की कामना की गई।
रविवार को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान रामनगरी के घाटों के परिवेश में आस्था व भक्ति के मिश्रित रंग दिखाई दिये। गुप्तारघाट पर महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी। सरयू नदी में खड़े होकर सभी सूर्य को अर्घ्य दिया। पर्व के दौरान बांस से निर्मित सूप, गुड़ चावल व गेंहू से निर्मित प्रसाद व फलों के बीच सुमधुर गीतों को गाती महिलाओं में भारतीय लोकपरम्पराएं दिखाई दी। यह लोकपरम्पराएं यहां काफी समृद्ध दिखाई दी। सूर्यास्त के समय व्रती महिलाओं ने पानी व दूध के मिश्रण से अर्घ्य दिया। सूप में फल, ठेकुआ, गन्ना, नारियल, चावल के लड्डू, मूल, कंदमूल रखकर पूजा की। महिलाओं के साथ परिवार के सदस्य पर भी घाटों पर मौजूद रहे।