आनलाईन हाजिरी पर सरकार अपनाये समान दृष्टिकोण अन्यथा होगा विरोध-ज्ञान प्रकाश शुक्ल

आल इंडिया रूलर बार एसोशिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्य मंत्री को लिखा पत्र।

समाज जागरण
विश्व नाथ त्रिपाठी

प्रतापगढ़। आल इण्डिया रूरल बार एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के आनलाईन हाजिरी के फरमान को लेकर मानसिक उत्पीड़न की विभागीय पहल पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होनें कहा कि एक तरफ देश में एक देश एक चुनाव और समान नागरिक संहिता की बात की जा रही है तो ऐसे में आनलाईन हाजिरी सिर्फ परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों मात्र पर थोपा जाना भेदभावपूर्ण सरकारी आचरण प्रदर्शित करता है। उन्होनें पत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ से कहा है कि तहसील में कार्यदिवस पर भी लेखपाल और ब्लाकों में ग्राम विकास अधिकारी तथा कलेक्टेªट व विकास भवन समेत जनता की समस्याओं से जुड़े विभागों में अफसर व कर्मचारी ढूढ़े नही मिल पाया करते हैं। उन्होने कहा कि ऐसे में सरकार आखिर इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की दिन में दो बार आनलाईन हाजिरी सम्बन्धित कार्यालयों या कार्यस्थलों से क्यूं नही ले पा रही है। उन्होनें कहा कि परिषदीय विद्यालयों में सरकार अभी तक संसाधनों को भी पूरा नही कर सकी है। उन्होने कहा कि पहले सरकार इन विद्यालयों के अंदर मूलभूत आधारगत ढ़ांचा तैयार करे। रूरल बार के अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने यह भी कहा है कि इन शिक्षकों के ही साथ यदि सरकार तुगलकी फरमान पर अमादा रही तो उनका संगठन जरूरत पड़ने पर सक्षम विधिक याचिका भी दायर करेगा। वहीं उन्होनंे कहा कि जरूरत पड़ने पर एसोशिएसन शिक्षकों की मांगों के समर्थन में उनके हर आवश्यक संघर्षो में बराबर की सहभागिता निभायेगा।