समाज जागरण मनोज कुमार साह
गोड्डा
मेहरमा स्थित ऐतिहासिक मेला मैदान में श्रीश्री 108 मां अन्नपूर्णा यज्ञ-प्रज्ञ-क्रम के आठवें दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।लोग यज्ञ वेदी की परिक्रमा के पश्चात यज्ञ परिसर में स्थापित मां अन्नपूर्णा सहित विभिन्न देवी देवताओं की प्रतिमा के दर्शन दर्शन और पूजन कर रहे हैं। आचार्य मधुसूदनाचार्य महाराज द्वारा किए जा रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का श्रवण कर मेले का आनंद ले रहे हैं। वाराणसी के आचार्य चंद्रप्रकाश चौबे व राहुल दुबे की अगुवाई में पंडित सूरज दुबे, मुकेश उपाध्याय, राजू तिवारी, विकास पांडे, उज्जवल चौबे, आलोक झा, राकेश झा, शिवम पांडे व घनश्याम चौबे द्वारा यज्ञ किया जा रहा है। इसमें यजमान के रूप में विश्वास कुमार और उनकी पत्नी अर्चना देवी शामिल हैं। आचार्य चंद्र प्रकाश चौबे और राहुल दुबे ने बताया कि यज्ञ हमारा प्राचीन और सबसे श्रेष्ठ पूजा पद्धति है। ऋषि-मुनि, हमारे आदर्श भगवान श्रीराम, भगवान श्री कृष्ण सहित सभी महापुरुष और राजा महाराजा यज्ञ करते थे। हवन कुंड में हम जितने भी प्रकार की सामग्री,घी आदि डालते हैं। अग्निदेव उसे सूक्ष्म कर वायुमंडल में फैला देती है। साथ ही इसे सभी देवी देवताओं तक पहुंचा देती है। इससे सभी देवता तो प्रसन्न होते हीं हैं।संसार के समस्त प्राणियों को लाभ होता है। कहा कि सभी को अपने-अपने घरों में भी प्रत्येक दिन सुबह शाम संध्या अर्थात ब्रह्म यज्ञ, ईश्वर स्तुति प्रार्थना उपासना और हवन यज्ञ करना चाहिए। इससे कई प्रकार का लाभ मिलता है। इस अवसर पर अखंड संकीर्तन भंडारा भी जारी है। यहां प्रत्येक दिन दो पाली में सुबह आठ बजे से दोपहर 12 और संध्या तीन बजे से छह बजे तक यज्ञ किया जा रहा है। सुबह शाम भजन और आरती से माहौल पूरी तरह भक्तिमय बना हुआ है।भगवत कथा के दौरान आचार्य मधुसूदन महाराज ने लोगों से शिक्षित और संस्कारवान बनने का आह्वान किया। सनातन संस्कृति पर भी विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष मंतोष पासवान, ब्रजकिशोर प्रसाद,अनिरुद्ध दास,नागेश्वर भगत, नंदकिशोर पासवान, अमीन मुर्मू, शंकर यादव,उमेश पासवान, उमेश कुमार,प्रकाश ठाकुर सहित पूरे ग्रामीणों की ओर से अहम भूमिका निभाई जा रही है। शनिवार को अंतिम पूर्णाहुति के साथ यज्ञ का समापन किया जाएगा।