पालीगंज में गर्मी फूल, बिजली गुल हजारों छात्रों का जीवन अंधकार में

समाज जागरण संवाददाता:- वेद प्रकाश पालीगंज अनुमंडल

पालीगंज/ पिछले चार महीने से अनुमंडल क्षेत्र में गर्मी का मौसम चल रहा है। जिसमे दो महीनों तक तेज व लू भरी आंधियां चलती रही। लेकिन लोगो को पिछले दो माह पूर्व वर्षा का शुरुआत होते ही उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। अब भी गर्मी चरण सिमा पर है। ऐसी स्थिति में लोगो को कूलर तथा पंखे का सहारा लेना पड़ रहा है। फिर भी बिजली की आपूर्ति पालीगंज के दक्षिणी इलाके सही तरीके से नही हो पा रही है। अर्थात आज भी गर्मी फूल है लेकिन बिजली गुल है। ये तो मात्र सुविधा की बात है लेकिन उससे बड़ी तथा विकट समस्या तो यह है कि पालीगंज दक्षिणी इलाके के मेरा मुशहरी, निरखपुर, बारेमा, महेशपुर, बसन्त बिगहा, दहिया, महुआरी व रूपापुर सहित दर्जनों गांवों के हजारों बच्चों का भविष्य अंधकार में है।
ज्ञात हो कि पालीगंज दक्षिणी इलाके के मेरा मुशहरी, निरखपुर, बारेमा, महेशपुर, बसन्त बिगहा, दहिया, महुआरी व रूपापुर सहित दर्जनों गांवों में खिरिमोड पावर ग्रिड से बिजली आपूर्ति कराई जाती है। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि सूर्यास्त होते ही इन गांवों में बिजली गुल हो जाती है। साथ ही अंधेरा छा जाती है। संध्या के समय से घरों में बंद रहे लोगो का हाल भीषण गर्मी से बेहाल हो जाती है। लोगो की बेचैनी बढ़ जाती है। लेकिन बिजली 9 बजे से 10 बजे के पूर्व नही आती। इस तरह प्रतिदिन बिजली गुल होने से ग्रामीण इलाकों के हजारों छात्रों व बच्चे पढ़ाई नही कर पा रहे है। उन छात्रों व बच्चों का भविष्य अंधकार में जाति हुई प्रतीत हो रही है। कभी कभी तो खिरिमोड स्थित पावर ग्रिड में बिजली रहने के बाद भी लोड सीडिंग का बहाना बनाकर रूपापुर फिटर से जुड़े इन दर्जनों गांवों में बिजली आपूर्ति नही की जाती। वही खिरिमोड पावर ग्रिड से जुड़े जिन फिटरो में बिजली मैकेनिकों तथा कर्मचारियों का गांव है उन फिटरो की बिजली पावर ग्रिड में बिजली रहने पर कभी गुल नही होती। लेकिन इसपर किसी पदाधिकारी की ध्यान नही है। इस सम्बंध में जानकारी के लिए फोन किये जाने पर इलाके के जेई रोहित शर्मा फोन रिसीव नही करते है। बिजली बिभाग के पालीगंज एसडीओ भी कुछ नही कर पाते। आखिर बच्चों व छात्रों का भविष्य पढ़ाई के अभाव में कैसे सुधरेगी? यह इलाके के लिए चिंता की विषय है।
इस सम्बंध में इलाके के लोगो को कहना है कि नीतीश कुमार की 22 घण्टे बिजली उपलब्ध कराने की सारी वादा झूठी साबित हो रही है। सरकार को केवल अपनी रेवेन्यू की चिंता है न कि इलाके के छात्रों या ग्रामीणों की। बिभाग रेवेन्यू ठीक करने के लिए स्मार्ट मीटर लगवा रही है लेकिन बिजली आपूर्ति ठीक करने के प्रति उदासीन दिख रही है। बिभाग के अनुसार समय पर मीटर रिचार्ज कराइये नही तो बिजली गुल हो जाएगी लेकिन समय पर बिभाग बिजली नही देगी।

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